शेख इमरान, गरियाबंद। राजिम के आमापारा में लुटेरों ने दिन दहाड़े एक बड़ी वारदात को अंजाम दे कर क्षेत्र में दहशत बढ़ा दिया है । राजिम के रहने वाले भोजराम साहू की राजिम-गरियाबंद रोड पर स्थित बैंक ऑफ़ बड़ौदा के बगल में देविका डेली नीड्स नाम से दुकान है । दोपहर 12 बजे भोजराम साहू और उनके भाई अपने दुकान पर मौजूद थे जबकि आमापारा स्थित उनके निवास में उनकी पत्नी अपने 2 छोटे बच्चों के साथ थी । इसी बीच 2 अज्ञात नकाबपोश युवक एक बाइक पर भोजराम साहू के घर का पता पूछते-पूछते उनके घर पहुंचे . दोनों युवक हाथ में कार्टून रखे हुए थे, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वे लोग कोई सामान छोड़ने आये हों . भोजराम साहू के घर पहुंचकर उन्होंने दरवाजा खटखटाया . दरवाजा भोजराम की बेटी ने खोला, जिसे धक्का मारते हुए दोनों अंदर घुसे और तुरंत उसके गले में धारदार हंसिया टिका दिया । . बच्ची की चीख सुनकर जब उसकी माँ कमरे से बाहर निकली तो आरोपियों ने उसे धमकी देते हुए घर में रखा सारा नगदी और जेवरात उनके हवाले करने कहा . बच्ची की जान मुसीबत में देख भोजराम की पत्नी ने सोने-चांदी के जेवरात और लगभग करीब 6 लाख रूपए नगद उन्हें दे दिए, और कुछ जेवरात भी जिसे दोनों अपने साथ लाये काले रंग के बैग में रखकर दोनों को माँ और बच्चों को भीतर कमरे में बंद कर तेजी से बाइक से फरार हो गए।. जाते-जाते दोनों खुद को उत्तरप्रदेश के कुख्यात अपराधी विकास दुबे, जिसका कुछ दिनों पूर्व यूपी पुलिस द्वारा एनकाउंटर कर दिया गया था, का आदमी बता रहे थे . दोनों आरोपियों के जाने के कुछ देर बाद पड़ोस में रहने वाले युवक ने बच्ची के रोने की आवाज सुनकर दरवाजा खोलकर उन्हें बाहर निकाला . इसके बाद भोजराम को और पुलिस को सूचना दी गई । दिनदहाड़े लूट की घटना की जानकारी मिलते ही गरियाबंद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल मौके पर पहुंचे और आसपास के घर और दुकानों में लगे सीसीटीवी खंगालते हुए आरोपियों की पहचान की कोशिश किया जा रहा है।. हालाँकि अभी तक पुलिस को इसमें सफलता नहीं मिली है । बहरहाल दिनदहाड़े राजिम शहर में हुई इस घटना से जिले भर हडकम्प मच गया है।