विपुल कनैया,राजनांदगांव : वर्तमान में देश और छत्तीसगढ़ प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। स्कूल अनिश्चितकाल के लिए बंद है। ऐसे समय में बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग पढ़ई तुंहर दुआर जैसी महत्वाकांक्षी योजना ले के आई है। इस योजना का उद्देश्य बच्चों और शिक्षकों को घर में सुरक्षित रहते हुए पढ़ाई से जोड़े रखने का है। राजनांदगॉव जिले के मोहला वनांचल क्षेत्र में प्रारंभ से ही एक कार्ययोजना बना कर सभी को अलग अलग जिम्मेदारी दी गई। शिक्षकों की जोन और संकुल स्तर पर ऑनलाइन मीटिंग आयोजित कर उन्हें वेबेक्स और सीजीस्कूलडॉटइन का उपयोग करने और ऑनलाइन कक्षा लेने का तरीका बताया गया। ब्लॉक स्तर पर मीडिया टीम का गठन कर उन्हें अलग-अलग जोन की जिम्मेदारी दी गई। सभी 16 संकुलों के संकुल समन्वयकों ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन बखूबी किया जिस कारण सभी शिक्षक सक्रिय हुए और ऑनलाइन क्लास लेना प्रारम्भ किए।
पढ़ई तुंहर दुआर अभियान के जिला प्रभारी अधिकारी डीएमसी भूपेश साहू, जिला मीडिया प्रभारी एपीसी सतीश ब्यौहरे के कुशल मार्गदर्शन और ब्लॉक नोडल अधिकारी केवल साहू की सक्रियता का परिणाम है कि मोहला विकासखंड में आज अधिकतर स्कूलों में ऑनलाइन वर्चुअल क्लास का आयोजन हो रहा है और बच्चे डिजिटल पढ़ाई से मोबाइल के माध्यम से जुड़ कर लाभ प्राप्त कर रहे है। पढ़ई तुंहर दुआर डिजिटल पढ़ाई की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम साबित हुआ है। शिक्षक और विद्यार्थी दोनों ही नई टेक्नोलॉजी से परिचित हो रहे है।
मोहला विकासखंड में सभी संकुलों में शिक्षकों की टीम है जो नियमित सुबह-शाम क्लास ले रही है। ज्योति उके, जिज्ञासा विश्वकर्मा, मनोरमा श्रीवास्तव, खेमचंद ठाकुर, शैलेश उके, मोहन लाल तारम, हीरेन्द्र शर्मा, निर्मल श्रीवास्तव, दिलीप तारम, भौमित्र दुबे, डीके देवांगन, सावित्री कोसमा, दीपक राजपूत, धर्म सिंह मंडावी, यशवंत महाले, सईद कुरेशी, अजय तिवारी, पदमा चुरेन्द्र, सागर सलामे, राकेश देशमुख मोहला ब्लॉक के नियमित क्लास लेने वाले शिक्षकों में शामिल है। ब्लॉक मीडिया टीम से राजकुमार यादव, जशवंत मंडावी, गौरीशंकर साहू, मलेश मालेकर और शेख अफजल अपने-अपने जोन में सक्रिय सहभागिता निभा रहे है। विकासखंड शिक्षा अधिकारी रोहित कुमार अम्बादे, बीआरसीसी खोमलाल वर्मा, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र कुमार देवांगन भी नियमित ऑनलाइन क्लास की मॉनिटरिंग कर रहे है। इस तरह मोहला विकासखंड में सभी की कोशिशों के नतीजा है कि मोहला वनांचल डिजिटल पढ़ाई से जुड़ गया है और शिक्षक, बच्चे सभी पढ़ई तुंहर दुआर का भरपूर लाभ उठा रहे है।