मुंबई। कुछ ही दिनों पहले रिलीज़ किए गए जियोमीट को 50 लाख से ज़्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं। जियोमीट को हमारे युवा जियो प्लेटफॉर्म्स की टीम ने सिर्फ़ 2 महीने में बना लिया और ये भारत की पहली और अकेली क्लाउड बेस्ड वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग एप है – मुकेश अंबानी
रिलायंस भारत की पहली कंपनी बन गई है जिसका मार्केट कैपिटलाइज़ेशन $150 अरब से ज़्यादा हो गया है। कंसॉलिडेटेड EBITDA में 1 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने वाली भी रिलायंस देश की पहली कंपनी है- मुकेश अंबानी
पांच साल पहले हमारा लगभग पूरा EBITDA एनर्जी और मटीरियल बिज़नेस से आता था। तबसे अब तक हमारे कंज़्यूमर और टेक्नॉलोजी बिज़नेस ने तेज़ी से प्रगति की है- मुकेश अंबानी
रिलायंस के कन्ज़्यूमर बिज़नेस का EBITDA इस साल 49% बढ़ा है और ये हमारे कंसॉलिडेटेड EBITDA का लगभग 35 % है -मुकेश अंबानी
पिछले साल मैंने अपने भाषण में कहा था कि हमारा लक्ष्य भागीदारी के ज़रिए व्यापार को बढ़ाना और रिलायंस को नेट डेट फ़्री बनाना है। मुझे आपको ये बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने ये दोनों ही लक्ष्य तय समय से पहले हासिल कर लिए हैं- मुकेश अंबानी
₹53,124 करोड़ का रिलायंस का राइट्स इश्यू भारत का सबसे बड़ा इश्यू था। पिछले एक दशक में दुनिया की कोई भी ग़ैर-वित्तीय कंपनी इतना बड़ा राइट्स इश्यू नहीं ला सकी है। ये इश्यू 1.59 गुना ओवरसबस्क्राइब हुआ। भारत के कैपिटल मार्केट का यह एक नया रिकॉर्ड है- मुकेश अंबानी
लॉकडाउन के बीच, राइट्स इश्यू पूरी तरह डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लॉन्च किया गया। इसके लिए एक भी व्यक्ति को कभी भी अपने दफ़्तर या घर से बाहर नहीं निकलना पड़ा। इसने डिजिटल युग में भारत के नेतृत्व और इनोवेशन की क्षमता को प्रदर्शित किया है- मुकेश अंबानी
मैं दुनिया के सबसे जाने- माने टेक्नॉलोजी पावरहाउस और सोशल मीडिया तथा इंटरनेट की अग्रणी कंपनी – फ़ेसबुक का हमारे स्ट्रेटीजिक इंवेस्टर के रूप में स्वागत करता हूँ – मुकेश अंबानी
हमारे निवेशकों में टेक्नॉलोजी और वित्त से जुड़ीं दुनिया की सबसे जानी-मानी कंपनियाँ शामिल हैं – सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल एटलांटिक, केकेआर और टीपीजी। इससे पहले ये लंबे समय से टेक्नॉलोजी से जुड़ी विश्व की बेहतरीन कंपनियों में निवेश कर चुकी हैं – मुकेश अंबानी
इंटेल और क्वालकॉम सेमिकंडक्टर उद्योग की दो बड़ी कंपनियाँ ही नहीं हैं, ये डिजिटल ईकोसिस्टम के दिल की तरह हैं। रिलायंस, भारत और भारत के लोगों के लिए इनके साथ मिलकर नए प्रॉडक्ट लाती रहेगी- मुकेश अंबानी
हम अपने पार्टनर्स के रूप में संयुक्त अरब अमीरात के एडीआईए, मुबादला और सऊदी अरब के पीआईएफ़ का भी स्वागत करते हैं। ये सिर्फ पैसे ही लेकर नही आए, यह लाएं हैं भारत की अर्थव्यवस्था में अपना अडिग विश्वास- मुकेश अंबानी
जियो प्लेटफ़ॉर्म्स में गूगल का अपने स्ट्रेटीजिक इंवेस्टर के रूप में स्वागत करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। जियो प्लेटफ़ॉर्म्स में 7.7% शेयर के लिए गूगल के साथ हमने 33,737 करोड़ रुपए का बाइंडिंग पार्टनरशिप और इंवेस्टमेंट अग्रीमेंट किया है- मुकेश अंबानी
रिलायंस ने अपने फ्यूअल रीटेलिंग बिज़नेस के लिए बीपी के साथ एक ज्वॉइंट वेंचर किया है। बीपी ने इसके लिए ₹ 7,629 करोड़ का निवेश करके इस ज्वॉइंट वेंचर में 49% की भागीदारी ली है- मुकेश अंबानी
रिलायंस ने राइट्स इश्यू, जियो प्लेटफ़ॉर्म्स में निवेश और बीपी के साथ ज्वॉइंट वेंचर से कुल ₹2,12,809 करोड़ जुटाए हैं। ये हमारे वित्तीय वर्ष 2019-20 के नेट डेट ₹1,61,035 करोड़ से ज़्यादा है- मुकेश अंबानी
रिलायंस अब एक ज़ीरो नेट डेट कंपनी है, वो भी मार्च 2021 की हमारी ही तय समय सीमा से कहीं पहले। इस मज़बूत बैलेंस शीट के दम पर हम अपने तीन बिज़नेस को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं: जियो, रीटेल और ओटूसी- मुकेश अंबानी
पिछली बीस सदियों में जितना बदलाव देखा गया है, इस सदी के अगले 8 दशकों में उससे ज़्यादा बदलाव देखने को मिलने वाला है। अगर हमारे देश के उद्योगों को ज़रूरी ढाँचागत सुविधाएँ और कौशल का सहारा मिलें तो भारत इस बदलाव में अग्रणी होकर उभर सकता है। यही करना जियो का उद्देश्य है, जियो का सपना है –
मुकेश अंबानी
डिजिटल कनेक्टिविटी ग्रोथ के पाँच इंजिन हम शुरू कर चुके हैं – मोबाइल ब्रॉडबैंड, जियो फ़ाइबर, जियो का एंटरप्राइज़ ब्रॉडबैंड, लघु और मध्यम उद्योगों के लिए ब्रॉडबैंड और जियो का नैरोबैंड इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स। – मुकेश अंबानी
आने वाले तीन साल में जियो के मोबाइल नेटवर्क के ज़रिए 50 करोड़ ग्राहक जुड़ेंगे, 1 अरब स्मार्ट सेंसरों के ज़रिए और 5 करोड़ घर और दफ़्तर भी जियो नेटवर्क से जुड़ जाएंगे- मुकेश अंबानी
जियो 5G के लिए तैयार है। हमने अपना 5G सोल्यूशन पूरी तरह से ख़ुद तैयार किया है। जैसे ही 5G स्पेक्ट्रम मिलता है, हम इसे शुरू कर सकेंगे। ये अगले साल तक हो जाना चाहिए- मुकेश अंबानी
जियो प्लेटफ़ॉर्म्स बनाया ही ये सोचकर गया है कि ये ऐसी नई बौद्धिक संपदा की मालिक हो जिसका इस्तेमाल कर हम अलग-अलग ईकोसिस्टम में टेक्नॉलोजी की ताकत का इस्तेमाल कर सकें – पहले भारत में और फिर दुनिया भर में।- मुकेश अंबानी
जियो प्लेटफॉर्म्स ने 20 से ज़्यादा स्टार्टअप्स पार्टनर्स के साथ मिलकर विश्व स्तर की तकनीकों का विकास किया है – चाहे वो 4G हो या 5G, क्लाउड कंप्यूटिंग, डिवाइसेज़ और ऑपरेटिंग सिस्टम, बिग डेटा, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस, एआर/वी आर, ब्लॉकचेन, नेचरल लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग और कंप्यूटर विज़न- मुकेश अंबानी
जियो प्लेटफॉर्म्स की तकनीकी क्षमता कई क्षेत्रों में क्रांति ला सकती है – सूचना, वित्तीय सेवाएँ, न्यू कॉमर्स, शिक्षा, स्वास्थय, कृषि, स्मार्ट सिटीज़, स्मार्ट मैन्युफ़ैक्चरिंग और स्मार्ट मोबिलिटी- मुकेश अंबानी
जियो टीवी+ पर आप 12 ओटीटी कंपनियों के बने कार्यक्रम देख सकेंगे। इनमें शामिल हैं – नेटफ़्लिक्स, अमेज़न प्राइम, डिज़्नी+, हॉटस्टार, वूट, सोनी लिव, ज़ी फ़ाइव, जियो सिनेमा, जियो सावन और यू-ट्यूब सहित कई और कंपनियाँ- आकाश अंबानी
दशकों से टीवी कंटेंट ब्रॉडकास्ट पर निर्भर करता रहा है जिसमें इंटरएक्टिविटी होती ही नहीं थी। जियो फ़ाइबर के जरिए टीवी पर इंटरएक्टिविटी ला कर हमने आपके अनुभव को बदला है- आकाश अंबानी
जियो डेवेलपर्स प्रोग्रैम के ज़रिए कोई भी एप डिवेलपर अपना ख़ुद का एप बनाकर उससे कमाई कर सकता है। जो डिवेलपर अगर जियो के साथ जुड़कर काम करना चाहते हैं तो वे developer.jio.com पर आ सकते हैं- आकाश अंबानी
जियो ग्लास। शिक्षकों और विद्यार्थियों को एक 3D वर्चुअल रूम में साथ में लाता है। जियो, होलोग्राफ़िक क्लास को रियल टाइम में मिक्सड रिएलिटी क्लाउड के माध्यम से संचालित करता है। यूँ समझिए, जियो ग्लास के ज़रिए भूगोल पढ़ने का तरीका अब एक इतिहास में बदल जाएगा- किरण थॉमस
जियोमीट भारत का सबसे सुरक्षित और किफ़ायती वीडियो कॉनफ़्रेंसिंग प्लैटफ़ॉर्म है। ये असली ज़िदगी में ज़्यादा से ज़्यादा काम आ सके और हमारी ज़िंदगी की चुनौतियों का मुकाबला करने में हमें सक्षम बनाए – यही सोचकर इसे बनाया गया था।
– ईशा अंबानी