किशोर महंत कोरबा : हादसों के लिए ख्यात जिले के दर्री स्थित हसदेव ताप विद्युत परियोजना में आज शाम फिर एक हादसा सामने आया है. इस दुर्घटना में रमेश गोंड़ नाम के ठेका मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई. मृतक प्रगतिनगर का रहने वाला था. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हर बार की तरह इस बार भी प्रबंधन ने इस मौत के मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की. उन्होंने मजदूर के मौत के डेढ़ घंटे बाद दर्री थाने को इस बात की सूचना दी. मृतक के शव को कोरबा के ट्रामा सेंटर भेज दिया गया है. कल पोस्टमार्टम व वैधानिक कार्रवाई के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द किया जायेगा.
मिली जानकारी के मुताबिक प्रगतिनगर का रहने वाला रमेश गोंड़ (39) एचटीपीपी के भीतर सेवारत ठेका कम्पनी महामाया इंटरप्राइजेज कम्पनी लिमिटेड में नियोजित था. वह क्रेशर हाउस में काम करता था. क्रेसर हाउस की ऊंचाई करीब 50 फ़ीट है जहां कोयले को चूरे में तब्दील किया जाता है. शाम साढ़े 4 बजे रमेश जब अपने काम मे जुटा हुआ था इसी दौरान उसका सन्तुलन बिगड़ा और सीधे नीचे आ गिरा. उसे फौरन अस्पताल पहुंचाने की कोशिश शुरू हुई लेकिन उसने दम तोड़ दिया.
बहरहाल पुलिस ने इस सम्बंध में मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में ले लिया है. जांच के पश्चात दोषियों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है. हालांकि इस बार भी समूचा प्रबन्धन प्लांट के भीतर मानवीय सुरक्षा उपायों में बरती जा रही ढील को लेकर सवालो के घेरे में है.