रमेश भट्ट, कोटा, बिलासपुर : बिलासपुर दूसरे अन्य व्यवसायियों तथा वर्गों की तरह ही कोविड-19 और लॉक डाउन की मार से शहर में साउंड सिस्टम का काम करने वाले भी बेहाल हो चुके है। 25 मार्च से लॉकडाउन के कारण शादी ब्याह, सभा-समारोह तथा सामाजिक, राजनीतिक और पारिवारिक आयोजनों पर बंदिश लगा दी गई। इसके साथ ही शहर में साउंड सिस्टम का काम करने वाले तकरीबन 100 से अधिक छोटे व्यवसायियों और उनसे जुड़े कर्मचारियों तथा इन सभी के परिवार भुखमरी की कगार पर हैं।
मुख्यमंत्री से की मदद की गुहार..
किराए पर ली गई दुकानों और गोदामों का किराया भी पटाना असंभव…
एक तो सारे काम धाम बंद हो गए हैं। वहीं जिन्होंने अपने आयोजनों के लिए अग्रिम रुपए जमा किए थे। वे भी अपनी एडवांस रकम वापस लेने के लिए लगातार दबाव बनाने लगे। इसी तरह साउंड सिस्टम वालों के लिए उनके द्वारा किराए पर ली गई दुकानों और गोदामों का किराया भी पटाना भी असंभव हो गया है। आने वाले दिनों में भी हालात सुधरने की उम्मीद तो नहीं है वरन इसके और भी, बद से बदतर होने की आशंका जरूर दिखाई दे रही है। ऐसे हालात में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मदद की गुहार करते हुए संघ की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में मुख्यमंत्री से कहा गया है कि अगर साउंड सिस्टम के काम में लगे लोगों को मदद नहीं की गई तो उनके परिवार बर्बाद हो जाएंगे।