मुंबई : कोरोना वायरस महामारी का असर त्योहारों पर पड़ने लगा है। महाराष्ट्र में इस वायरस का प्रभाव सबसे ज्यादा है। राजधानी मुंबई में कोरोना से सबसे अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने लॉकडाउन को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है।
वहीं, मुंबई के प्रसिद्ध लालबाग के राजा के आयोजकों ने इस साल गणेश जी की मूर्ति को स्थापित नहीं करने का निर्णय लिया है। लालबाग सार्वजनिक उत्सव मंडल ने आज घोषणा की कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर इस वर्ष 11 दिवसीय गणेश महोत्सव नहीं मनाया जाएगा। आयोजकों ने कहा कि वे त्योहार की अवधि के दौरान रक्तदान और प्लाज्मा चिकित्सा शिविर लगाएंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल ही में लॉकडाउन के दौरान संयम दिखाने के लिए सभी धार्मिक समुदायों को धन्यवाद दिया था। उन्होंने कहा था कि कोविड-19 से निपटने के लिए महाराष्ट्र के प्रयासों के बाद भी महामारी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। सीएम ने लोगों से आग्रह किया था कि वे नियमों का पालन करें, ताकि लॉकडाउन को फिर से लागू न करना पड़े।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने सभी मंडलों को आदेश दिया था कि इस साल गणपति उत्सव हर साल की तरह न मनाया जाए, क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में लोग जमा होते हैं। उन्होंने कहा था कि गणपति की मूर्ति की ऊंचाई चार फीट तक ही रखी जाए।
वहीं, मंडल के अधिकारियों का कहना है कि गणपति की लंबाई कम नहीं की जा सकती है। अगर छोटी मूर्ति भी लाई जाती है तो बप्पा के दर्शन के लिए बड़ी तादाद में लोग जमा होंगे। ऐसे में लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इस साल न ही कोई मूर्ति होगी, न ही मूर्ति विसर्जन किया जाएगा।
दूसरी तरफ, पिछले तीन दिनों में पहली बार बुधवार को, राज्य में कोरोना वायरस के पांच हजार से कम मामले सामने आए। वहीं, राजधानी मुंबई में भी एक हजार से कम मामले रिकॉर्ड किए गए। महाराष्ट्र में अब तक 1,74,761 लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं।
बता दें कि, मुंबई में हर साल गणेशोत्सव बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। बड़ी संख्या में लोग इस दौरान लालबाग के राजा के दर्शन करने लिए यहां पहुंचते हैं। मुंबई में गणेशोत्सव महोत्सव को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां हर वर्ष लालबाग के राजा की 14 फीट ऊंची मूर्ति बनाई जाती है। लेकिन कोरोना वायरस के कारण इस साल लोगों को यह त्योहार घर पर रहकर ही मनाना पड़ेगा।