रायपुर,। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विधानसभा के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती प्रियंका कौशल के कहानी संग्रह ‘भूत भाई साहब‘ का विमोचन किया। उन्होंने पुस्तक के विमोचन पर श्रीमती कौशल को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ बाबा गुरु घासीदास और संत कबीर की पवन धरती है। यह शांति, करुणा और आत्मीय प्रेम की धरती है। हम सबकी कल्पना छत्तीसगढ़ को पुरखों के सपनों के अनुरूप गढ़ने की है। उन्होंने श्रीमती कौशल के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि यहां साहित्यकारों को हमेशा सम्मान दिया गया। विधानसभा परिसर में पिछले छह माह में साहित्यकारों का यह दूसरा कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि साहित्य रूमानी दुनिया के साथ वास्तविक दुनिया से परिचित करता है। साहित्यकार, पत्रकार और कलाकार समाज को आइना दिखाने के साथ रास्ता दिखाने का काम भी करते हैं। उन्होंने श्रीमती कौशल को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज साहित्यकारों की जमात में एक और नाम जुड़ गया। उन्होंने व्हाट्सएप पर मिलने वाली लगातार सूचनाओं की सत्यता परखने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि सत्य की तह तक जाने के पहले धारणा बनाना समाज और देश के लिए घातक है।
वरिष्ठ साहित्यकार गिरीश पंकज ने पुस्तक के संबंध में बताया कि इसमें मनुष्य के नव निर्माण की कहानियां हैं। मनोरंजन के साथ कहानियों से पाठक का मन और सोच बदलेगी। वरिष्ठ पत्रकार शंकर पांडेय और पंकज शर्मा, लेखक पंकज सुबीर और प्रजापिता ब्रह्माकुमारी केंद्र रायपुर की प्रमुख कमला बहन ने इस मौके पर अपने विचार प्रकट करते हुए श्रीमती कौशल को शुभकामनाएं दीं।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली चार महिलाओं को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इनमें 7 विषयों में पीएचडी करने वाली बस्तर की डॉ जयमती कश्यप, प्लास्टिक कचरे के प्रति जन जागरूकता के लिए कार्य कर रही भिलाई की सुश्री श्रद्धा साहू, समाजसेवी सुश्री इंदिरा जैन और गरीब बस्तियों में सेनिटरी पेड वितरित करने वाली सुश्री शीला बाघमारे शामिल हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्य गीत प्रस्तुत करने वाली श्रीमती तरला दमाहे को भी अतिथियों ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में दिव्यांशी शर्मा ने सरस्वती वंदना पर शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया।