पटना : बिहार की राजधानी पटना के एक गांव की शादी में शामिल हुए 90 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। शादी करने के दो दिन बाद 30 साल के दूल्हे की मौत हो गई। दूल्हा गुरुग्राम में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। हालांकि कोविड-19 का परीक्षण किए बिना ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया जबकि वह सिम्पटोमैटिक था।
पटना के जिला प्रशासन को पालीगंज गांव में दूल्हे की मौत के बारे में सूचना दी गई जिसके बाद जोड़े के रिश्तेदारों का परीक्षण किया गया। यह गांव पटना से 50 किलोमीटर दूर है। 15 जून को शादी समारोह में शामिल होने वाले 15 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। घटना के बाद से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।
प्रशासन ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू की। सोमवार को 80 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में पाए गए। इसके साथ ही यह बिहार का पहला ऐसा मामला बन गया है जिसमें वायरस का इतने बड़े स्तर पर फैलाव हुआ है। हालांकि पटना प्रशासन ने दूल्हे का परीक्षण नहीं किया क्योंकि उसके परिवार ने प्रशासन को सूचना देने से पहले ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार 30 साल का दूल्हा 12 मई को शादी के लिए अपने गांव दीहपाली पहुंचा था। इस दौरान उसके अंदर कोविड-19 के लक्षण पनपने लगे लेकिन उसके परिवार ने शादी को न टालने का फैसला लिया। शादी के दो दिन बाद उसकी हालत बिगड़ गई और पटना एम्स ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
जिला प्रशासन को जब 30 साल के दूल्हे की मौत के बारे में पता चला तो उन्होंने शादी में शरीक हुए सभी मेहमानों का कोरोना परीक्षण कराया। जहां 95 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है वहीं दुल्हन निगेटिव मिली है। प्रशासन का कहना है कि कोविड-19 के लक्षण दिखने के बावजूद शादी करना परिवार द्वारा दिशानिर्देशों का बड़े पैमाने पर किया गया उल्लंघन है।