शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार)



डॉ. अब्दुल कलाम जब राष्ट्रपति थे तब एक बार उन्होंने कुन्नूर का दौराकिया था।जब वे वहां पहुंचे तो उन्हें पता चला कि फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ का वहां के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा था।कलाम, सैम मानेकशॉ से मिलने अस्पताल गये।उन्होंने सैम के स्वास्थ्य के बारे में पूछा की, डॉ.कलाम ने सैम से पूछा “क्या तुम्हें यहां कोई परेशानी हो रही है? क्या मैं ऐसा कुछ कर सकता हूँ जिससे आपको अधिक सहज महसूस करने मेंमदद मिले, कोई शिकायत तो नहीं है?सैम ने कहा,मुझे शिकायत है। डॉ. कलाम ने पूछा-आपकी शिकायत क्या है? सैम ने कहा,”सर, मेरी शिकायत है कि मेरे देश के सम्मानित राष्ट्रपति खड़े हैं, लेकिन मैं सलामी नहीं दे पा रहा हूं।” यह सुनकर कलाम ने सैम का हाथ थाम लिया, एक पल के लिए दोनों की आंखों से आंसू बहने लगे।जाते जाते मानेकशॉ ने राष्ट्रपति को बताया.. उन्हें फील्ड मार्शल के पद की बढ़ी हुई पेंशन नहीं मिली थी। 2007 में सरकार ने निर्णय लिया था- जीवित फील्ड मार्शलों को सेवा प्रमुखों के बराबर पूर्ण पेंशन मिलनी चाहिए, क्योंकि फील्ड मार्शल रैंक के अधिकारी कभी सेवा निवृत्त नहीं होते, दिल्ली पहुंचने पर डॉ कलाम ने एक सप्ताह में उनकी पेंशन की पूरी बकाया राशि का भुगतान करवा लिया। रक्षा सचिव लगभग 1.30करोड़ ₹ का चेक विशेष विमान से वेलिंग्टन, ऊटी पहुंचे थे।एक महान व्यक्ति ने दूसरे महान व्यक्ति के काम की कद्र की थी। लेकिन..जैसे ही उन्हें चेक मिला, सैम मानेकशॉ ने पूरी राशि सेना राहत कोष में दान कर दी।
आखिर मोदी की रगों में
रक्त के बदले क्या बहता है..!
भारत के पीएम नरेंद्र,दामो दर मोदी क्या सही में नान बायोलॉजिकल हैं..!वैसे यह दावा स्वयं मोदी ने ही किया था! 29 सितम्बर 2014 को उन्होंने कहा था कि आजाद हिंदुस्तान में जन्म लिया हूँ,मेरी रगोँ में डेमोक्रेसी यानि ‘लोकतंत्र’ बहता है, इसी साल मोदी ने फारुख अब्दुल्ला को कहा था कि मेरी रगोँ में सेक्युरिज्म बहता है,2014 में ही मोदी ने कहा था कि मै गुजराती हैं,मेरे खून में व्यापार,मनी(पैसा)बहता है।हाल ही में पहलगाम में आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया, उसके बाद एक सभा को सम्बोधित करते पीएम मोदी ने कहा कि मेरी रगोँ में गर्म सिंदूर बहता है…यानि समय के अनुसार पीएम के शरीर में रक्त का स्वरूप बदलता रहता है?आपरेशन सिंदूर में पाक में आतंकियों के 9 ठिकानों को तबाह किया गया। भारत का दावा है कि 100 से अधिक आतंकी मारे गए,भारत के एक्शन से बौखलाए पाक ने भी भारत के कई शहरों पर ड्रोन, मिसाइल के जरिए हमले की कोशिश की। जिसका जवाब देते हुए भारत ने पाक के कई सैन्य ठिकानों को बुरी तरह से क्षति पहुंचाई, बाद में दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा हुई इस पूरी कार्रवाई के दौरान कई सवाल ऐसे भी उठे,जिनका स्पष्ट जवाब अभी तक नहीं आया है। करीब 11 बार अमरीका के राष्ट्रपति ट्रम्प दोहरा चुके हैं कि सीज फायर हमने कराया है। पाक के पीएम शहबाज शरीफ ने कई बार यह दावा किया कि पाक वायुसेना ने भारत के 6 लड़ाकू(राफेल) विमान मार गिराए…? हालांकि भारत ने पाक के इस दावे का खंडन किया है….? इधर सिंगापुर में शांगरी-ला’ वार्ता में शामिल होने गए भारत के चीफ डिफेंस स्टाफ अनिलचौहान ने ब्लूमबर्ग टीवी के इंटरव्यू में भारत के कितने जेट गिरे…सवाल पर गोल- मटोल जवाब दे भारत के दावों को भ्रम जैसी स्थिति पैदा कर दी है…?
संघ के कार्यक्रम में पहुंचे
आदिवासी नेता नेताम..
जनजातीय,आदिवासी वर्ग में धर्मान्तरण बड़ी चुनौती है,संघ और समाज मिलकर इस समस्या का निदान कर सकते हैं। किसी भी राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। आदिवासियों का विस्थापन भी बड़ी सम स्या है, उनकी जमीन को स्थायी रूप से अधिग्रहित करने की जगह लीज पर लेना उचित होगा। राजनीति के प्रभावशाली,वरिष्ठ चेहरों में गिने जाने वाले नेताम ने नागपुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्मृति मंदिर परिसर, रेशमबाग में आयोजितकार्य क्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल उक्त उदगार प्रकट किये, संघ के द्वितीय वर्ष ‘अखिल भारतीय कार्यकर्ता विकास वर्ग’ के समापन अवसर पर आयोजित हुआ था,इस मंच पर नेताम-संघ नेताओं की साझाउपस्थिति राजनीतिक और वैचारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।83 वर्षीय नेताम, इंदिरा गांधी,नरसिम्हा राव की सरकारों में केंद्रीय मंत्री रह चुके है, लंबे समय तक कांग्रेस की आदिवासी राज नीति के महत्वपूर्ण स्तंभ माने जाते रहे हैं। मप्र (वर्त मान छत्तीसगढ़)से लोक सभा के सदस्य रहे बस्तर अंचल में आदिवासी चेतना के एक सशक्त प्रतिनिधि के रूप में उनकी पह चान रही है।बहरहाल अब छ्ग की भाजपा सरकार मेंअरविन्द नेताम व्हीव्हीआईपी तो बन ही जाएंगे।
वो भी क्या दिन थे…वक्त
वक्त की बात है….!
कभी जिनकी फूल चलती थी, प्रमुख सचिव, सचिव की तो गिनती ही नहीं है… कुछ मंत्री भी इनसे सम्हल -सम्हल कर बातचीत करते थे…कुछ विधायक अपना काम कराने, सीएम साहब से मिलने समय लेने चिरौरी करते थे। तब छ्ग में पावर फुल नौकरशाह सौम्या चौर सिया ने कभी सोचा भीनहीं था कि इतना लम्बा समय जेल में गुजारेगी… यदि सब ठीक होता तो वे अभी आई एएस बन चुकी होती…! 2010 बैच की रानू साहू तो पहले डीएसपी रह चुकी हैं, कांकेर, रायगढ़ और कोरबा की कलेक्टर रह चुकी यह छत्तीसगढ़िया महिला भी महीनों जेल में रहकर रिहा हुई…अबआगे की जिंदगी.!समीर विश्नोई,छत्तीसगढ़ कोयला स्कैम के मामले में जेलजाने वाले पहले आई एएस थे।समीर विश्नोई 20 09 बैच के आईएएस हैं। मूलरूप से उप्र के कानपुर के रहने वाले हैं। कानपुर आईआईटी से बीटेक करने के बादआईएएस में सलेक्ट हुए। कोंडगांव जिले के कलेक्टर रह चुके थे। समीर विश्नोई माइनिंग डाय रेक्टर, माइनिंग कार्पोरेशन के एम डी,आईजी रजिस्ट्रेशन, जी एसटी डायरेक्टर रह चुके हैं।तीनों अफसरों को छ्ग के बाहर ठिकाने की तलाश है क्योंकि सुको ने छ्ग के बाहर रहने की शर्त पर ही जमानत दी है।
और अब बस…….
0 भोपाल में राहुल गाँधी के बारात, रेस और लंगड़े घोड़े का बयान…छ्ग में घोड़े- गधे तक पहुंच गया है।
0 नई राजधानी के निकट सम्मानपुर (नकटी) में विधा यक कॉलोनी बनाने का फैसला किया है,वहाँ के लोग विधायक से बहुत नाराज हैं…।
0प्रदेश में विगत 25 वर्षों से पदोन्नति की राह देख रहे 55 निरीक्षक अब डीएसपी बनेंगे। पुलिस विभाग के अंतर्गत कार्यरत निरीक्षक संवर्ग के वर्ष 1999 और 2000 बैच के निरीक्षकों को पदोन्नति देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।