नगर के नवनिर्वाचित महापौर, सभापति एवं पार्षदों का हुआ सम्मान…

राजधानी को स्वच्छ और सुन्दर बनाने में मेरी प्राथमिकताएं विषय पर हुई चर्चा…
 – ब्रह्माकुमारी संस्थान में किया गया स्वागत सबसे अलग और अनूठा रहा…श्रीमती मीनल चौबे महापौर
 – जनता की दुआएं प्राप्त करने का सुनहरा अवसर ईश्वर ने आपको दिया है… ब्रह्माकुमारी सविता दीदी

 रायपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा शान्ति सरोवर रिट्रीट में नगर पालिक निगम रायपुर के नवनिर्वाचित महापौर, सभापति एवं पार्षदों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का आयोजन ब्रह्माकुमारीज एवं राजयोगा एजुकेशन रिसर्च फाउण्डेशन के राजनीतिक सेवा प्रभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। विषय था-राजधानी को स्वच्छ और सुन्दर बनाने में मेरी प्राथमिकताएं।

रायपुर दक्षिण के विधायक सुनील सोनी ने सभी पार्षदों से कहा कि वह ईमानदारी, सेवा भावना और जवाबदेही के साथ राजनीति में काम करें। जब तक मन में सेवा भाव जागृत नहीं होगा तब तक सफल राजनेता नहीं कहलाएंगे। कोविड ने हमको यह सिखाया है कि हमारे साथ कुछ भी नहीं जाने वाला है। सिर्फ हमारे कर्म ही साथ जाएंगे। इसलिए पैसे के पीछे कभी मत भागना। उन्होंने ब्रह्माकुमारी संस्थान की सराहना करते हुए कहा कि यहाँ की बहनें संयमित जीवन जीती हैं इसलिए इनकी वाणी का दिल पर प्रभाव पड़ता है। उन्हें इस संस्थान में बहुत कुछ सीखने को मिला।

महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने कहा कि उन्हें यहाँ आकर गौरवान्वित महसूस हो रहा है। हमारा अनेक जगह स्वागत किया गया लेकिन यहाँ बहनों के द्वारा किया गया स्वागत सबसे अलग है। ब्रह्माकुमारी संस्थान वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को चरितार्थ करती है। यही भावना इस देश की सुन्दरता है। इस संस्थान में सभी जाति, धर्म और सम्प्रदाय के लोग आते हैं। हमें शान्ति की जरूरत थी जो कि आज यहाँ आकर मिली। हमारा यह प्रयास है कि जिस विश्वास के साथ जनता ने हमें चुना है हम उस विश्वास पर खरा उतरें। शहर को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के कार्य में ब्रह्माकुमारी बहनों का मार्गदर्शन मिले यही अपेक्षा है।

सभापति सूर्यकान्त राठौर ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान का नाम लेते ही मन में सेवाभाव पैदा हो जाता है। यह संगठन आमजन को भारतीय संस्कृति से जोड़कर सेवा करना सिखाता है। मुझे वर्षों पहले इस संस्थान से जुड़कर जीवन के सत्य को जानने और अनुभव करने का सौभाग्य मिला। जीवन में लक्ष्य को पाने के लिए एकाग्रता जरूरी होती है। इसलिए सभी पार्षदों के लिए राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास सीखने की जरूरत है। अपनी प्राथमिकता तय करके काम करें तो सफलता अवश्य मिलेगी।

रायपुर उत्तर के विधायक पुरन्दर मिश्रा ने कहा कि हम लोग शान्ति की खोज में यहाँ-वहाँ भटक रहे हैं किन्तु शान्ति हमारे ही अन्दर है। भटकते हुए मन को यहाँ शान्ति मिली। वर्तमान कलियुग में मायाजाल से हटकर ऐसी शान्त जगह आने का अवसर मिला तो अच्छा लगा। यहाँ आना भी सौभाग्य की बात है। हम सब मिलजुलकर प्रयास करें तो शहर स्वच्छ और सुन्दर अवश्य बनेगा।

रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि आप सब सुबह से अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर व्यस्त हो जाते हैं लेकिन सुबह की शुरूआत यदि राजयोग मेडिटेशन से करें तो बिना तनाव में आए सेवा कर सकेंगे। आपको जनता की दुआएं प्राप्त करने का सुनहरा अवसर ईश्वर ने दिया है। दुआएं प्राप्त करने के लिए जीवन का मंत्र है कि समय के पाबन्द रहें। राजयोग मेडिटेशन को जीवन में अपनाएं। राजयोग से हमारा जीवन सयंमित और अनुशासित होता है। उन्होंने कमेन्ट्री के द्वारा सभी को राजयोग का व्यवहारिक अभ्यास भी कराया।

कार्यक्रम की शुरूआत बच्चों के द्वारा प्रस्तुत स्वागत नृत्य से की गर्ई। स्थानीय गायिका कु. शारदा नाग ने मधुर स्वर में प्रेरणादायक गीत गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी अदिति दीदी ने किया।

 

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