पार्षद विवाद में भाजपा नगर अध्यक्ष की भूमिका पर प्रश्न चिन्ह ?

                            सत्य से साक्षात्कार
✒️संजय त्रिपाठी वरिष्ठ पत्रकार 

भारतीय जनता पार्टी के दो पार्षदों जीतू यादव, कमलेश कालरा के बीच विवाद के दौरान भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे की भूमिका विवाद का केंद्र बन गई है ? जब से दोनों पार्षदों के बीच कहां सुनी और विवाद हुआ है, आरोप लग रहे हैं संगठन स्तर पर भाजपा नगर अध्यक्ष विवाद को समाप्त करने के स्थान पर आग को और हवा दे रहे हैं इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, पहले भी जब पार्षदों के बीच कोई खटपट हुई है , संगठन ने तुरंत कार्यालय बुलाकर विवाद को वहीं पर समाप्त करा दिया है।
आरोप है कि भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे ने तब तो और कमाल कर दिया जब उन्होंने दोनों पार्षदों को जारी किया गया शोकाज नोटिस भारतीय जनता पार्टी इंदौर नगर के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप BJP official media के माध्यम से नगर मीडिया प्रभारी रितेश तिवारी के द्वारा पत्रकारों को जारी किया गया। जबकि शोकाज नोटिस भारतीय जनता पार्टी संगठन का आंतरिक मामला है, यह संगठन और कार्यकर्ताओं के बीच का विषय होता है।ऐसे मामलों में पब्लिसिटी और मीडिया से दूर रहकर समझाइए देकर संगठन द्वारा विवाद को समाप्त कर दिया जाता है।
आरोप है कि इस विवाद को हल करने में कहीं भी नगर अध्यक्ष ने रुचि नहीं दिखाई, यह भी आरोप है कि मीडिया में आफ द रिकॉर्ड ब्रीफिंग कर रहे हैं। और विवाद को और हवा देना उनका लक्ष्य है।
इससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह है, आज पार्षद कालरा अपने साथ प्रतिनिधि मंडल लेकर भाजपा कार्यालय आए नगर अध्यक्ष के निर्देश पर भाजपा मीडिया विभाग द्वारा BJP official media अपने अधिकृत पत्रकारों के ग्रुप पर यह सूचना पत्रकारों को दी गई गई दोपहर 12:45 बजे नगर अध्यक्ष से मिलने पार्षद कालरा और उनकी टीम भाजपा कार्यालय आ रही है।
यह सूचना अधिकृत रूप से जारी की गई थी इसलिए और भी खुद भाजपा नगर अध्यक्ष इस विवाद के दौरान तठस्थ भूमिका छोड़कर राजनीतिक पब्लिक सिटी कर रहे हैं जिससे भारतीय जनता पार्टी की आम जनता में की छवि खराब हो रही है। ज्ञात है कि पूर्व में लोकसभा चुनाव, नगर निगम महापौर चुनाव और विधानसभा चुनाव में भी नगर अध्यक्ष के रूप में गौरव रणदिवे की भूमिका पर सवालिया निशान उठाए गए थे?
सरेआम बीजेपी की अधिकृत व्हाट्सएप ग्रुप से की जा रही ब्रीफिंग के कारण यह मामला और अधिक जटिल हो गया है।  ( ये लेखक के अपने विचार हैं )

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