बिप्लब् कुण्डू,पखांजुर : कोरोना महामारी कोविड-19 के वजह से सम्पूर्ण देश में लॉकडाउन की स्तिथि बनी हुयी है लगभग विगत 3 माह से, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सभी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों का नियुक्ति किया गया था जो की राज्य सरकार के अंतर्गत जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नियुक्ति हुआ है स्कूल बंद होने के कारण इन शिक्षकों का वेतन नहीं मिल पा रहा है। ऐसी ही एक खबर छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला अंतर्गत कोयलीबेड़ा ब्लॉक के है जहा 118 अतिथि शिक्षकों का भर्ती हुआ था किन्तु आज पुरे 3 महीने से इनका वेतन नहीं दिया गया जिससे समस्त शिक्षक अत्यंत आर्थिक तंगी से गुजर रहे है। कई महीनों से वेतन नही मिलने से परेशान शिक्षक लॉक डॉउन के बीच परिवार का पेट पालने के लिये मजदूरी के लिये मजबूर कोई नही ले रहा सुध, बेबस अतिथि शिक्षक अब पैसों की तंगी की वजह से आला अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे है ,
कोयलीबेड़ा विकाशखण्ड के 118 अतिथि शिक्षकों की हालात पर शिक्षकों का कहना है कि पूरे जिले और राज्य के सभी लोगो की हालात ऐसी हो गई परिवार पालने तक कि स्थिति नही है, वही वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि सैकड़ों की संख्या में अतिथि शिक्षकों को पैसे नही मिलने और आगे भी उन्हें काम पर रखा जायेगा या नही इस बात की जिम्मेदारी नही ले रही सरकार। वर्त्तमान राज्य सरकार ने विपक्ष में रहते हुए इन शिक्षकों के नियुक्ति को रेगुलर करने की बात कही थी और आज जब यह सरकार खुद सत्ता में है तो वेतन तक समय पर नहीं दे रहे है। समस्त शिक्षको ने साशन प्रशासन उक्त वेतन को देने की मांग करते हुए पखांजूर अनुविभागीय अधिकारी (रा.) के माध्यम से माननीय कलेक्टर को ज्ञापन दिया।