दरख़्तों से ताल्लुक का हुनर सीख ले इंसान…. जड़ों में ज़ख्म लगते हैं तो टहनियाँ सूख जाती हैं….

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )   

दिल्ली के सीएमअरविन्द केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है,आप का कहना है कि अरविन्द जेल से ही सरकार चलाएंगे..!भारत में अब तक मौजूदा सीएम को गिरफ्तार नहीं किया गया है।हालांकि पहले देश के5 मुख्यमंत्रियों पर शिकंजा कसा गया था, लेकिन गिरफ्तारी के पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को 31जनवरी 2024 को सीएम पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद ईडी ने भूमि घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया था।मई 1997 में चारा घोटाले के एक मामले में सीबीआई ने लालू यादव पर शिकंजा कसा था।उस वक्त लालू बिहार के सीएम थे।लालू यादव ने राबड़ी देवी को सीएम बना दिया था।जेल जाने से तमिलनाडु की सीएम जयललिता को भी कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। 20 14 में आय से अधिक संपत्ति के मामले में जय ललिता को दोषी पाया गया था,फैसले के तुरंत बाद जयललिता ने पन्नीरसेल्वम को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त कर दिया, 2011 में लोकायुक्त की एक रिपोर्ट के बाद कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा की कुर्सी छिन गई थी।कर्नाटक के लोका युक्त ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा था कि राज्य का सीएम ऑफिस अवैध उत्ख नन कार्य में एक्टिव है।इसके बाद येदियुरप्पा भी पार्टी से नाराज होकर पद से इस्तीफा दे दिया,इसके बाद डीवी सदानंद गौड़ा को सीएम बनाया गया,सीएम की कुर्सी छोड़ने के बाद येदियुरप्पा को गिरफ्तार कर लिया गया था।2003 में दिग्विजय सिंह को सत्ता से बेदखल करने के बाद भाजपा ने उमा भारती को मप्र सीएम बनाया था। कर्नाटक कोर्ट के एक वारंट ने उमा की मुश्किलें बढ़ा दी थीं।उमा पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई थी।तब सीएम पद से इस्तीफा देकर बाबूलाल गौर को अपना उत्तराधिकारी बनाया था।

3 सीएम पहले भी चुनाव
हार चुके हैं छ्ग में…

छत्तीसगढ़ में इस बार के लोकसभा चुनाव में एक और पूर्व सीएम भूपेशबघेल भी मैदान में है,मप्र के दो तथा छग के एक सीएम को बाद के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, मप्र के सीएम रहे श्यामाचरण शुक्ला तो बतौर सीएम ही पवन दीवान से विधानसभा चुनाव हार गये थे,छ्ग बनने के बाद लोकसभा चुनाव में रमेश बैस से हारका सामना करना पड़ा था।मप्र सीएम रहे मोतीलाल वोरा भी बाद में लोस चुनाव ही डॉ रमन सिह से हार गये थे वहीं छ्ग बनने के बाद पहले सीएम अजीत जोगी ने पहले लोस चुनाव में कद्दावर नेता विद्या चरण शुक्ल को पराजित किया, फिर उसी लोकसभा से उन्हें ही हार का सामना करना पड़ा था। छ्ग के पूर्व सीएम बघेल,राजनांदगांव लोस प्रत्याशी हैं,वे तो पहले रायपुर,दुर्ग से लोस चुनाव हार चुके हैं,वैसे इस लोस चुनाव में तो कांग्रेस कीजीत की संभावित सीट में भूपेश का नंबर पहला है,महादेव ऐप मामले में उनकेखिलाफ एफआईआर करने से हम दर्दी मिलेगी ऐसी भी चर्चा है।अब अन्य पूर्व सीएम की हार पर चर्चा करें।1977 में आपातकाल के बाद विधान सभा चुनाव हुए तो मप्र में कांग्रेस बुरी तरह हारी थी, खुद सीएम श्यामाचरण ही राजिम सीट से जनतापार्टी के संत कवि पवन दीवान से चुनाव हार गए थे,श्यामा चरण शुक्ल की पहली हार थी,रमेश बैस ने वर्ष 2004 में श्यामाचरण शुक्ल को रायपुर लोकसभा चुनाव में हराया था और वर्ष 2009 में छग के बाद में सीएम बने भूपेश बघेल को हरा दिया था।मप्र के सीएम रहे मोती लाल वोरा को 1999 के राजनांदगाव लोकसभा चुनाव में डॉ रमन सिंह के हाथों पराजित होना पड़ा।वोरा,पहली और आख़री बार चुनाव हारे थे,हारने के बाद उन्हें पुनर्वास की जरूरत थी। सोनिया गाँधी ने 2002 में राज्यसभा भेज दिया।खुद विधानसभा चुनाव हारने के बाद वोरा को लोस में हराने के बाद डॉ रमन सिंह,अटल मंत्रि मंडल में शामिल हुए,छ्ग राज्य बनने के बाद15 साल तक सीएम रहे,आईपीएस, आईएएस,राज्यसभा,लोकसभा होकर जोगी,छग के पहले सीएम बने और उप चुनाव जीतकर विधायक बने।बाद में महासमुंद लोक सभा सीट पर 2004 के चुनाव में विद्याचरण शुक्ल को पराजित किया।जोगी कांग्रेस से तो शुक्ल भाजपा से प्रत्याशी थे। 2014 से पहले ये रिकॉर्ड रहा है कि किसी पार्टी को लगा तार दो बार जीत नहीं मिली लेकिन भाजपा के चंदूलाल साहू ने मिथक को तोड़ने में कामयाबी पाई।2014 में महासमुंद से दोबारा जीतने वाले भाजपा के चंदूलाल साहू ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं छग के सीएम अजीत जोगी को1217 वोटों के बेहद कम अंतर से हराया था। विद्याचरण शुक्ल ने सर्वाधिक 6 बार यहां से जीत हासिल की तोभाजपा के चंद्रशेखर साहू के नाम 3 बार हारने का भी रिकॉर्ड है।दिग्गज कांग्रेसी नेता विद्याचरण शुक्ल ने यहीं से राजनैतिक करियर की शुरु आत की थी।बतौर सांसद अपने 9 कार्यकाल में से शुक्ल ने अपने पहले चुनाव समेत 6 चुनाव महासमुंद से ही जीते थे। 2004 में जब वे राकाँपा होकर भाजपा में शामिल हो गये थे।इसी क्षेत्र में लौटकर आए,कांग्रेस के अजीत जोगी से हार गये, चुनाव में चंदूलाल साहू नामक 11उम्मीदवार थे, कहा जाता है कि इनको चुनाव लड़ाने के पीछे जोगी की भूमिका थी…?देखना है कि भूपेश बघेल का इस बार चुनाव परिणाम क्या आता है?वैसे राजनांदगांव का चुनाव पूर्व सीएम डॉ रमनसिँह,वर्तमान डिप्टी सीएम विजय शर्मा की भी आगामी राजनीति की दिशा तय करेगा यह तय है?

रामगोपाल और विनोद
वर्मा पर गंभीर आरोप?

छ्ग कांग्रेस के पूर्व महा सचिव अरुण सिसोदिया ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्र वाल के मित्र,पूर्व सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी टेसू मौडिया लैब,गाजियाबाद को 5 करोड़ 89 लाख रुपये पूर्व प्रदेशअध्यक्ष मोहन मरकाम प्रभारी महामंत्री की जान कारी,अनुमति के भुगतान करने का आरोप लगाकर जाँच की मांग की है।आरोप है कोषाध्यक्ष को कार्यादेश जारी करने की अनुमति नहीं है,पार्टी के संविधान के मुताबिक कार्यकारिणी में प्रस्ताव पास करना जरूरी है,साथ ही प्रदेश अध्यक्ष से नोटशीट पर अप्रूवल लिया जाना भी जरूरी है,पूर्व महामंत्री ने अपने पत्र में ये भी लिखा है कि पार्टी के सरकार में आने के बाद भी संगठन को कोई आर्थिक मदद नहीं दी गई,कई बार बैठक और प्रभारी कुमारी सैलजा से अनुरोध करने के बाद ब्लॉक,जिला अध्यक्ष को संगठन के कार्य करने के लिए 5 से 10 हजारतक नहीं दिया गया,वहीं अपने परिवार के लोगों को एक कमरे में बैठकर कार्यादेश जारी कर दिए गए, निजी लोगों को गवाह बनाकर भुगतान किया गया,पूर्व महामंत्री ने आगे लिखा है रकम 10 लाख, 6 लाख,3 लाख, कुल 19 लाख रुपये प्रतिमाह का भुगतान किया गया है ये वर्तमान से 10 गुना है,इस वक्त 20 लोगों की टीम प्रतिमाह 3 लाख में काम कर रही है?

पत्रकार:कैरियर और
स्टेण्ड एक साथ नहीं..? 

पिछले कुछ सालों से मिडिया की भूमिका पर सार्वजानिक चर्चा,गोदी मिडिया, गैर गोदी मिडिया, पत्रकारों की नौकरी दांव पर लगी होने के बीच….!एक बार एक साधारण व्यक्ति ने खुश होकर एक पत्रकार को नई साइकिल भेंट कर दी,उसमें कैरियर नहीं था।पत्रकार बहुत खुश हुआ,कैरियर लगवाने एक दुकान पर गया, पत्रकार ने दुकानदार से कहा कि ‘मैं एक बड़ा पत्रकार हूँ, इस लिये मुनासिब दाम में एक बढ़िया सा कैरियर इस साइकिल में झटपट लगा दो’।दुकानदार ने कैरियर तो लगा दिया,फ़िर पता नहीं उसके दिमाग में क्या सूझा कि उसने साइकिल से स्टैंड खोलकर हटा दिया,पत्रकार ने अचरज़ से इसका कारण पूछा,तो दुकानदार बोला… श्रीमान एक पत्रकार का कैरियर और स्टैंड दोनों एक साथ नहीं हो सकते?अगर स्टैंड लोगे,तो समझो कैरियर गया और अगर कैरियर बनाओगे तो फ़िर स्टैंड नहीं ले सकते….?

और अब बस

0छग सरकार ने डीजी संजय पिल्ले को हटाया क्याअब पूर्व डीजीपी डीएम अवस्थी की बारी है…?
0 छ्ग के सभी मंत्री तनाव में हैँ क्योंकि लोस मेंभाजपा प्रत्याशी नहीं जीता तो मंत्री पद गया ?
0बिलासपुर जिले के कलेक्टर अवनीश शरण को जिला अस्पताल के निरिक्षण में 30 में से 28 डॉक्टर गायब मिले..!

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