बिप्लब् कुण्डू,पखांजुर : केंद्र सरकार द्वारा ग्राम विकास का नारा दिया जा रहा है, गांवों को विकसित करने ,मुख्यधारा से जोड़ने गांव में पक्की सड़क बनाने की योजना चलाई जा रही है। लेकिन इन योजनाओ का बंटाधार होना ग्रामीण अंचलो में देखा जा रहा है।
कांकेर जिले के सबसे बहुचर्चित कोयलीबेड़ा विकासखंड, अंतर्गत ग्राम रेंगावाही पंचायत के आश्रित जुनवानी उरावपारा के लोगो को सरकार की जन कल्याणकारी योजना का लाभ नही मिल पा रहा है। छाकचिंन्ध डिजिटल युग में आज भी विकास के दौर में गांव काफी पिछड़ नजर आ रहा ।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत मेन रोड से उरावपारा से जुनवानी तक 2 किमी की सड़क बननी थी जो कार्य प्रारंभ तिथि 20-12-2019 से कार्य पूर्णता तिथि 06 माह वर्षा ऋतु सहित होनी है पिछले 5 माह बीत जाने के बाद भी आज पर्यंत ग्राम सड़क योजना का काम अधूरा लटका हुआ है। सूचना पटल बोर्ड पर कार्य लागत की जानकारी छुपाई गयी। बता दे कि लैंडमार्क रॉयल इंजनियरिंग राजनांदगांव के ठेकेदार द्वारा कार्य प्रारंभ करवाया गया था इस काम की निगरानी कार्यपालन अभियंता -PUI -2 भानुप्रतापपुर जिला कांकेर द्वारा किया जा रहा।
सड़क नही बनने से लोगो को हो रही परेशानी…
ग्रामीणों ने अपनी कहारती आवाज में दुःख भरी दास्ताँन ब्या करते हुए कहा की बारिश के दिनों में कच्ची सड़क फिसलन भरी हो जाती है । कीचड़ से सने रास्तो को पार करना काफी कठिन होता है । वही पुल नही होने से नाला उफ़न पर होती है आवाजाही बाधित रहती है, जिससे जन जीवन प्रभावित होता है।
गांव टापू में तब्दील हो जाता है…
बारिश में पहाड़ से पानी नाले में उतरती है जिससे नाला उफ़न पर होती है नाले में पुल नही बनने से गांव का सम्पर्क मुख्यालय से टूट जाता है। बरसात के दिनों में उरावपारा मानो टापू में तब्दील हो जाता है। ज्ञात हो को रेंगावाही पंचायत के आश्रित ग्राम जुनवानी से उरावपारा सड़क मार्ग की स्वीकृति हुए लबे दिन हो गए करीबन 5 माह का समय बीत गया लेकिन अब तक सड़क निर्माण की गति नगण्य नजर आ रही है।
बरसात आने के पहले पुलिया निर्माण कार्य सम्पन्न हो… ग्रामीण
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का प्रमुख उद्देश्य यह है कि ग्रामीण इलाके जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में निवासरात लोगो का संपर्क सड़कों से जोड़ना है। लेकिन रेंगावाही के जुनवानी (उरावपारा) सड़क निर्माण की गति कछुवे की चाल जैसी नजर आ रही है। ग्रामीणो ने कहा कि रबी के मौसम में मक्का की फसल लगाए थे मार्केट रेट में कमी होने के चलते फसल को सहेजकर घर मे रखा है । ग्रामीणो को चिंता सता रही है की कुछ दिन के बाद बारिश का मौसम शुरू हो जाएगा ऐसे में फसलों को बेच पाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा क्यों कि पुलिया नही होने से नाला में पानी भरा रहता है गाड़ियों का आवाजाही ठप्प हों जाता है।
सकलु राम इक्का , सुखीतीन टोप्पो ने कहा कि ठेकेदार द्वारा समय पर काम को अगर पूरा नही किया जाता है तो इस साल भी बारिश से हमे परेशान होना पड़ेगा।