जिंदगी तेरी भी,अजब परिभाषा है….. संवर गई तो जन्नत,नहीं तो सिर्फ तमाशा है…..

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )     

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भगवान का आशीर्वाद है ऐसा लगता है।राम मंदिर निर्माण से लेकर कृष्ण भूमि मथुरा तक तक के लिये भाजपा प्रयासरत है।वैसे लगता है राम,कृष्ण नामधारियों को इसीलिए भाजपा प्रमोट भी कर रही है।भाजपा केसबसे बड़े नेता तथा पीएम नरेन्द्र मोदी को ‘नमो’ ही कहा जाता है।राष्ट्रपति का नाम द्रोपदी महाभारत काल का चर्चित नाम,उप राष्ट्रपति जगदीश धनगर में’जगदीश’ है।अब चलेँ राज्यों की और…. छ्ग के सीएम विष्णुदेव साय में ‘विष्णु’ मप्र के डॉ मोहन यादव में ‘मोहन’ राज स्थान में भजन लाल शर्मा में ‘भजन’ गुजरात के सीएम भूपेंन्द्र पटेल में ‘भूपेंद्र’ महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे में ‘एकनाथ’ असम में विस्वा शर्मा में ‘विस्व’, हरियाणा के सीएम मनोहर खटटर में ‘मनोहर’ उत्तराखंड के सीएम पुष्कर में ‘पुष्कर’ और उप्र के सीएम आदित्य नाथ योगी में ‘आदित्य’ और ‘नाथ’दोनों भगवान के पर्यायवाची हैँ।अब छग में कुछ बड़े नेताओं की उपेक्षा कर बनाये गये मंत्रिमंडल में भी राम-कृष्ण के नामधारियों का बोलबाला है।डिप्टी सीएम अरुण साव में ‘अरुण’,विजय शर्मा में ‘विजय’,वरिष्ठ मंत्री बृज मोहन अग्रवाल में ‘मोहन’, रामविचार नेताम में ‘राम’, केदार कश्यप में ‘केदार’, लखन लाल देवांगन ‘लखन’,(लक्ष्मण)श्याम बिहारी जायसवाल में ‘श्याम’और ‘बिहारी’,ओम प्रकाश चौधरी में ‘ओम’, लक्ष्मी रजवाड़े में ‘लक्ष्मी’, और टंकराम वर्मा में ‘राम’ के नाम का उल्लेख है।

मोदी है तो सब मुमकिन
है… नया प्रयोग…..?       

मोदी है तो मुमकिन है…. यह स्लोगन कम से कम भाजपाईयों के बीच तो लोकप्रिय है ही और कई मौकों में इसे साबित करने का प्रयास भी किया गया है… हाल फिलहाल तो छ्ग,मप्र और राजस्थान राज्य में बनी भाजपा की सरकार को लेकर ही है। छ्ग में विष्णुदेव साय की सरकार बनी,मंत्रिमंडल भी बना और केंद्र सरकार में राज्य मंत्री रही रेणुका सिंह, सांसद गोमती साय विधायक तो बनीं पर उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली,15 साल छग के सीएम रहे डॉ रमन सिंह को विस अध्यक्ष पद से संतुष्ट होना पड़ा।इधर सांसद विजय बघेल को अपने चाचा भूपेश बघेल से पराजित होना पड़ा।मप्र में डॉ मोहन यादव सीएम बने और करीब 18साल तक सीएम रहे शिवराज सिंह सिर्फ विधायक बनकर रह गये।केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल रहे नरेंद्र तोमर को विस अध्यक्ष बनना पड़ा तो केंद्रीय मंत्री रहे प्रहलाद पटेल तथा भाजपा के महामंत्री,पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय को डॉ मोहन मंत्रिमंडल का हिस्सा बनना पड़ा..?तो एक अन्य केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को पराजय का सामना करना पड़ा।वैसे मप्र में पूर्व सीएम बाबूलाल गौर बाद में शिव राजसिंह चौहान के मंत्रि मंडल में मंत्री के रूप में शामिल भी रहे,यह भी भाजपा का एक नया प्रयोग रहा था।राजस्थान की 2 बार सीएम रही वसुंधरा राजे सिंधिया की जगह पहली बार के विधायक भजन लाल शर्मा को सीएम बनाया गया….?इधर विजयी पूर्व केंद्रीय मंत्री, सांसद यदि राज स्थान मंत्रिमंडल का हिस्सा बना दिया जाएगा तो आश्चर्य नहीं होगा?

विजय गृह तो मोहन को
सम्पूर्ण शिक्षा का जिम्मा   

छ्ग मंत्रिमंडल में विभागों का वितरण कर दिया गया है।सीएम विष्णुदेव साय के पास सामान्य प्रशासन, ऊर्जा,खनिज,जन सम्पर्क,आबकारी और परिवहन,डिप्टी सीएम विजय शर्मा गृह , जेल व पंचायत, डिप्टी सीएम अरुण साव पीडब्लू,डी,पीएचई, नगरीय प्रशासन, विधि विधायी बृजमोहन अग्रवाल को स्कूल,उच्च शिक्षा,संसदीय कार्य,पर्यटन,संस्कृति, धर्मस्य,राम विचार नेताम अजा/जजा,पिछड़ा,कृषि दयालदास बघेल खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति ओपी चौधरी वित्त, वाणिज्य कर,आवास एवं पर्यावरण केदार कश्यप वन,जल संसाधन एवं सहकारिता लखनलाल देवांगन वाणिज्य,उद्योग एवं श्रम श्यामबिहारी जायसवाल लोक स्वास्थ,चिकित्सा शिक्षा लक्षमी राजवाड़े महिला एवं बाल विकास समाज कल्याण और टँकराम वर्मा राजस्व, खेल एवं युवा कल्याण का जिम्मा सम्हालेंगे।

कॉंग्रेस:दो बड़ी समिति
में बबा और कका ..

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बावजूद पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव
(बवा) को कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र का संयोजक नियुक्त किया है।वहीं विभिन्न विपक्षी दलों के साथ आगामी लोकसभा चुनाव में सीटों को लेकर शेयरिंग कमेटी में पूर्व सीएम भूपेश बघेल(कका) को शामिल किया गया है।घोषणा पत्र समिति की अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम करेंगे।समिति में महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई वरिष्ठ नेताओं को जगह दी गई है।छग के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को समिति का संयोजक बनाया गया है।अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र समिति का गठन किया है। समिति में चिदंबरम,टीएस सिंहदेव
के साथ ही कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया,प्रियंका गांधी वाड्रा,जयराम रमेश शशि थरूर,छ्ग की राज्य सभा सदस्य रंजीत रंजन आदि को शामिल किया गया है।

और अब बस

0छत्तीसगढ़ सरकार का हिस्सा बनने एक महिला विधायक की एक लाख की साड़ी खरीदने की चर्चा है, हालांकि उन्हें मंत्रिमंडल में ही शामिल नहीं किया गया…?
0छ्ग में भाजपा की नई सरकार बनी और कई अफसर अपने तबादले का इंतजार कर रहे हैं..?
0 छ्ग में भाजपा की सरकार बनी,पार्टी अध्यक्ष हटाये गये..? कॉंग्रेस हारी और प्रदेश प्रभारी की छुट्टी हो गई..?
0भाजपा की सरकार छ्ग में बनी है और एक डॉक्टर के पास मुलाक़ात के लिये लोग पहुंच रहे हैं?

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