शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )
छत्तीसगढ़ के 23 सालों के इतिहास में करीब आधा दर्जन सीडी,एसएमएस कांड हो चुके हैं।इसमें कई राजनेता जुड़े रहे हैं,हालांकि जितनी भी सीडी की जांच हुई है उसमें किसी को दोषी नहीं पाया गया।सन 2002 में कांग्रेस सरकार के एक राज्य मंत्री रहे नेता की अश्लील सीडी सुर्खियों में रही हालांकि यह सार्वजनिक नहीं हुई पर इस सीडी को लेकर लंबे समय तक चर्चा होती रही। 2003 में विधानसभा चुनाव के पूर्व भाजपा के कद्दावर नेता,तत्कालीन केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री दिलीप सिंह जूदेव की सीडी भी चर्चा में रही।किसी होटल में उनका स्टिंगऑपरेशन किया गया।उसमें जूदेव का एक डॉयलॉग..’पैसा खुदा तो नहीं पर खुदा से कम भी नहीं’…को भी प्रमुख समाचार चैनलों में दिखाया गयाऔर बाद में जूदेव को अटल बिहारी वाजपेयी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा साथ ही उनका छग के प्रथम मुख्यमंत्री बनने का दावा भी स्वमेव समाप्त हो गया।इस सीडी की भी जांच हुई पर मामला सिफर ही रहा।इसी के साथ 2003 में ही डॉ. रमन सिंह की पहली सरकार बनने के समय भाजपा विधायकों की खरीद-फरोख्त का भी एक स्टिंग ऑपरेशन हुआ था पर इस मामले में भी कोई प्रगति नहीं हुई। 2005 में संसद में सवाल पूछने के नाम पर पैसा लेने के मामले में स्टिंगऑपरेशन में राजनांदगांव के तत्कालीन सांसद प्रदीप गांधी को अंतत: इस्तीफा देना पड़ा। एक भाजपा नेत्री का एसएमएस भी काफी चर्चा में रहा।इधर 2008 में जग्गी हत्या कांड के मामले में फैसला आने के बाद दोषी करार दिये एक आरोपी के भाई ने भी एक सीडी जारी की थी जिसमें मुख्यआरोपी पर लेन-देन का आरोप लगाकर बरी करने का जिक्र था। इस सीडी को लेकर अवमानना याचिका भी लगी। इधर 2013 में इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले के तत्कालीन मैनेजर उमेश सिन्हा के नार्को टेस्ट की सीडी भी जारी हुई।इसमें तब के सत्तापक्ष के कुछ बड़े नेताओं के नाम थे।अंतागढ़ उपचुनाव 2013 में कांग्रेस ने 2016 में एक सीडी जारी की थी जिसमें कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी से चुनाव नहीं लडऩे के एवज में सौदेबाजी करने का जिक्र था। जिसमें एक युवा नेता तथा एक नेता के दामाद का भी जिक्र था। वहीं डॉ रमनसिंह के एक मंत्री की भी एक सीडी की भी बड़ी चर्चा हुई,कुछ पर मामले बनें,गिरफ़्तारी भी हुई पर अभी तक रिजल्ट नहीं आया।वैसे शुक्र है कि इस विधानसभा चुनाव मेंअभी तक किसी सीडी की चर्चा नहीं है पर कुछ सीडियां आ जाएं तो आश्चर्य नहीं होगा…..?
भूपेश को मतदान के पहले घेरने की तैयारी?
छ्ग के सीएम भूपेश बघेल ने पहले ही आशंका जाहिर की थी कि जैसे जैसे चुनाव नजदीक आएंगे वैसे वैसे ईडी की कार्यवाही तेज होती जाएगी। उन्होंने सेन्ट्रल फ़ोर्स की भी जाँच की मांग की थी। वैसे भूपेश की आशंका सही साबित हो रही है।महादेव ऐप के प्रमोटर्स द्वारा भूपेश को 508 करोड़ किस्तों में देने का आरोप ईडी लगा रही है। इसे महादेव ऐप के जरिये देने की स्वीकारोक्ति ईडी रिमांड में लेने के बाद एक वार्ड मेंबर के ड्राइवर असीम दास ने की है। उसके पास से ईडी ने कल 5करोड़ 39 लाख नगदी जप्त किया है।साथ ही 15करोड़ 59 लाख के बैंक बैलेंस का भी पता चला है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या छ्ग के सीएम को चुनाव खर्च के लिये रकम देने क्या केवल एक ड्राइवर ही मिला….?फिर क्या वह साधारण ड्राइवर सीधे सीएम को रकम देता था?यदि वह कैश कुरियर है तो बेनामी खाते में करीब 15 करोड़ 59 लाख रूपये कैसे मिला…? छ्ग में ईडी सक्रिय है तब भी क्या ड्राइवर के खाते में इतनी बड़ी रकम जमा कराने की बेवकूफी दुबई में बैठे महादेव ऐप के लोग कर सकते हैं…?इधर ईडी की जद में आए कुछ लोगों ने यह आरोप भी पहले लगाया था कि सीएम एवं उनके परिवार के खिलाफ बयान देने भी ईडी के अफसर दबाव बना रहे हैं।इधर छ्ग के डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव का कहना है कि आरोप तो किसी पर कोई भी लगा सकता है…?
चाचा की लड़ाई दो
भतीजों से इस बार….
छ्ग विधानसभा चुनाव में सबसे हाईप्रोफ़ाइल सीट पाटन तो थी ही पर अब इस सीट में चुनाव दिलचस्प हो गया है। यहां परंपरागत प्रतिद्वंदी चाचा भूपेश बघेल तथा भतीजे विजय बघेल के बीच तो मुकाबला होना तय है। पर नामांकन दाखिले के अंतिम दिन दूसरे भतीजे(?)अमित अजीत जोगी की इंट्री से चुनाव दिलचस्प हो गया है। भूपेश बघेल के कांग्रेस अध्यक्ष रहते ही अजीत जोगी,डॉ रेणु जोगी सहित अमित जोगी को कांग्रेस से न केवल बाहर होना पड़ा बल्कि नई राजनीतिक पार्टी भी बनाना पड़ा.. वैसे इसी के बाद छ्ग में कांग्रेस की सरकार भी बनी और भूपेश सीएम भी बने।जोगी परिवार से भूपेश की राजनीतिक और व्यक्तिगत कटुता किसी से छिपी नहीं है। कहा तो यह भी जाता है कि जोगी कॉंग्रेस के कॉंग्रेस में विलय नहीं होने के पीछे भूपेश बघेल की अहम भूमिका है। वे किसी भी हालत में अमित जोगी की कांग्रेस में वापसी के विरोधी हैं।वैसे इस विधानसभा चुनाव में अमित जोगी अपनी तथा अपनी पार्टी के लिये अस्तित्व की लड़ाई ही लड़ रहे हैँ…?
अमीर विधायक:पहले सिंहदेव,
दूसरे अमितेष शुक्ला …
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव 447.77 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ सबसे अमीर विधायक हैं।वहीं राजिम विधायक अमितेष श्यामा चरण शुक्ला 74 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं। उनके बाद अकलतरा के भाजपा विधायक सौरभ सिंह ठाकुर हैं,जिनकी संपत्ति 27 करोड़ रुपये है।पाटन का प्रतिनिधित्व करने वाले सीएम दाऊ भूपेश बघेल की कुल संपत्ति 23 करोड़ रुपये है और राज्य में 15 सालों तक सीएम रहे भाजपा नेता रमन सिंह ने 10 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति घोषित की है।
पूर्व आईएएस ओपी चौधरी की
पत्नी के खिलाफ शिकायत…
विधानसभा चुनाव में आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में केंद्रीय चुनाव आयोग सहित छ्ग चुनाव आयोग को शिकायत कर कलेक्टर को हटवाने में सफल होनेवाले पूर्व आईएएस तथा रायगढ़ के भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी की पत्नी तथा रेल अधिकारी चुनाव आयोग की जाँच के दायरे में है।
कांग्रेस ने रायगढ से भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी की पत्नी के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत की है।कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से ओपी चौधरी की पत्नी पर चुनाव प्रचार करने का आरोप लगाया है।यहां यह बताना जरुरी है कि ओपी चौधरी की पत्नी रेलवे में अधिकारी है। कांग्रेस ने उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता और सिविल सेवा के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की है।
और अब बस….
0छ्ग में पहली बार एक महिला आईएएस रीना बाबा कंगले विस चुनाव करा रही हैं।
0अजातशत्रु बृजमोहन अग्रवाल इस बार कड़े मुकाबले में फंसे हैं।
0कोटा विधानसभा में इस बार रेणु जोगी,प्रबल प्रताप,अटल श्रीवास्तव और निर्दलीय तरुण साहू के बीच दिलचस्प मुकाबला है?