पर्यावरण संरक्षण तथा सुधार के प्रति एनएमडीसी की प्रतिबद्धता
हैदराबाद। पर्या–हितैषी खनिक के रूप में एनएमडीसी ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सुस्थिर विकास के सभी लक्ष्यों पर महत्वपूर्ण प्रगति की है । संगठनात्मक विजन , मिशन, नीतियों, प्रबंधन प्रणालियों, प्रक्रियाओं और निष्पादन में सुस्थिरता अंतर्निहित है । एनएमडीसी का मानना है कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन “पर्यावरण के लिए क्षति ” है तथा वह अपने प्रचालनों में अल्प कार्बन उत्सर्जन का प्रयास करता है।
एक जिम्मेवार कॉर्पोरेशन होने के नाते , एनएमडीसी पारिस्थिकीय संतुलन बनाए रखने में विश्वास करता है तथा यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि आई एस ओ:14001- पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली मानकों जैसी सर्वोत्तम अंतरराष्ट्रीय पद्धतियों के अनुसार अपनी पर्यावरण प्रणालियों एवं पद्धतियों का अनुसरण करे। एनएमडीसी की सभी प्रमुख उत्पादन परियोजनाएं जैसे कि बैलाडीला निक्षेप-5, 10/11 ए, बैलाडीला निक्षेप-14/11 सी, दोणिमलै लौह अयस्क परियोजना तथा हीरा खनन परियोजना, मझगवां, पन्ना आई एस ओ -8000 सहित एकीकृत प्रबंधन प्रणाली से मान्यता प्राप्त हैं। एनएमडीसी का यह स्तर पर्यावरणीय प्रभावों का प्रबंधन करने तथा राष्ट्रीय एवं अंरराष्ट्रीय मानकों, विधानों तथा विनियमों की आवश्यकताओं का पालन करने में सक्षम बनाता है। इससे पर्यावरणीय निष्पादन में निरंतर सुधार का ठोस आधार भी बनता है।
एनएमडीसी को वर्ष के दौइरान माइंस इनवायरोन्मेंट तथा मिनेरल कंजरवेशन वीक के दौरान विभिन्न वर्गों में ग्रीन ग्रीनटेक पर्यावरण अवार्ड (विजेता) तथा 4 प्रथम पुरस्कार एवं 2 द्वितीय पुरस्कार तथा समग्र निष्पादन में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ था।
विश्व पर्यावरण दिवस 2020 के अवसर पर एन.बैजेन्द्र कुमार, आई ए एस, सी एम डी, एनएमडीसी ने कहा कि “ “ एक जिम्मेवार तथा पर्या–हितैषी खनिक के रूप में हम सुस्थिरता के साथ विकास के प्रति प्रतिबद्ध हैं। हम सदैव प्रकृति के संरक्षण के लिए प्रयासरत रहते हैं तथा अपनी परियोजनाओं को पर्यावरण हितैषी बनाने तथा सभी स्टेक धारकों के लिए सुरक्षित रखने के लिए वचनबद्ध हैं। पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारे उत्साह को मिली सराहना के लिए हमें प्रसन्नता है। इससे हमें इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में और अधिक कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।“