– जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में हुआ दास्तान-ए-आजादी कार्यक्रम का आयोजन
– किस्सागो हिमांशु बाजपेयी और उनकी टीम ने दी प्रस्तुति
रायपुर। भारत छोड़ो आंदोलन की स्मृति में आज राजधानी स्थित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय ऑडिटोरियम में देश के सुविख्यात किस्सागो हिमांशु बाजपेयी और उनकी टीम द्वारा दास्तान-ए-आजादी कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में हिमांशु बाजपेयी के साथ प्रज्ञा शर्मा, अजय टिपानिया और वेदांत भारद्वाज ने अपनी प्रस्तुति से लगभग दो घंटे तक दर्शकों को बांधे रखा।
बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में खचाखच भरे प्रेक्षागृह से लगातार भारत माता की जय के नारे गूंजते रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राकेश गुप्ता ने किया।
प्रस्तावना उद्बोधन में मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा ने बताया कि किस तरह से पंडित नेहरू की प्रासंगिकता आज और भी महत्वपूर्ण हुई है। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू के बिना आधुनिक भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। कलाकारों का परिचय देते हुए आवेश तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश में प्रेम और सद्भाव बांटता है।
कार्यक्रम में जब हिमांशु बाजपेयी ने कहानियों और गीत संगीत के माध्यम से आजादी की दास्तान और पंडित नेहरू एवं क्रांतिकारियों के संघर्षों को प्रस्तुत किया तो दर्शक भाव विभोर हो गए। वह दर्शकों को प्रस्तुति के दौरान आजादी के अलग अलग काल खंड में ले गए।
श्रीमती दुर्गा देवी शिक्षण समिति, पार्क फाउंडेशन और छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से गांधीजी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई। आयोजन में छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन, संस्कृति परिषद, सन्मति और छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कार्यक्रम में मुख्य रूप से राकेश चतुर्वेदी, मनमोहन अग्रवाल, ईश्वर सिंह दोस्त, जीवेश चौबे, विनयशील,उमा ओझा, राजीव गुप्ता, अशरफ, अरुण केडिया हनी बग्गा, प्रदीप मिश्र आदि उपस्थित रहे।