बिलासपुर पुलिस के नशे के विरुद्ध निजात अभियान का सकारात्मक असर

          अभियान के छह माह में पिछले सालों की इसी अवधि की तुलना में आईपीसी के कुल अपराधों में 11 फीसदी की कमी और सड़क दुर्घटनाओं में लगातार बढ़ोत्तरी से मिली निजात।

मारपीट में 11%, हत्या के प्रयास में 70 %, हत्या में 35 %, चाकूबाजी में 78 प्रतिशत, छेड़छाड़ में 38 फीसदी और चोरी में 19% की आई कमी।

एनडीपीएस व आबकारी में ताबड़तोड़ कार्यवाही में कुल 2668 प्रकरणों में 3106 व्यक्ति गिरफ्तार हुए, जिसमे गैर- जमानतीय प्रकरणों में 424 आरोपी जेल गए।

बिलासपुर। नशे के विरुद्ध वृहद जनजागरुकता के तहत 2022 कार्यक्रम किए गए। थानों में नशे के आदी लोगों की काउंसलिंग हो रही, जिससे सैकड़ों लोग नशे से हुए दूर।     

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नशे के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही के आदेश पर इस वर्ष फरवरी माह से डीजीपी अशोक जुनेजा के निर्देशन में आईजी बिलासपुर आनंद छाबड़ा व पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष सिंह के मार्गदर्शन में अवैध नशा के विरुद्ध अभियान *निजात* चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष सिंह के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेंद्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल देव शर्मा के पर्यवेक्षण में बिलासपुर के सभी थाना प्रभारियों द्वारा उनके क्षेत्र में अवैध नशा के कार्य में संलिप्त लोगों के विरुद्ध ताबड़तोड़ तरीके से कार्यवाही व व्यापक जागरूकता कार्यक्रम किए गए है। 

एसपी संतोष सिंह ने बताया कि कुल अपराधों में 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी होकर 7015 अपराध दर्ज हुए है, जो की मुख्यतः एनडीपीएस और आबकारी में बढ़ी कार्यवाहियां की वजह से हैं। सड़क दुर्घटना की लगातार उत्तरोत्तर बढ़ती दर पर ब्रेक लगा है, पिछले साल जितनी ही सड़क दुर्घटना हुई है।

अभियान दौरान आबकारी के 2849 प्रकरणों में कुल 2955 व्यक्ति व एनडीपीएस के 119 प्रकरणों में कुल 151 आरोपी गिरफ्तार हुए है तथा 1.09 करोड़ कीमती नशीले पदार्थ जप्त हुए है। आबकारी में गिरफ्तार लोगों में बड़ी संख्या सार्वजनिक स्थलों पर शराब सेवन कर हुडदंग करने वाले लोग हैं और कुल 11797 लीटर अवैध शराब जप्त हुई। एनडीपीएस प्रकरणों में 749 किलो गांजा और अन्य नशीली वस्तुएं जप्त हुआ है। कार्यवाहियों से अपराधियों में दहशत हुई हैं।

कोटपा में 608 लोगों पर कार्यवाही हुई। नशा में गाड़ी चलाने वाले 974 लोगों पर एमवी एक्ट के कार्यवाही करते हुए प्रत्येक प्रकरण को कोर्ट भेजा गया, जहां प्रत्येक ऐसे चालक पर दस-दस हजार रुपए का भारी-भरकम जुर्माना लगाया गया है।

नशे के विरुद्ध जनजागरुकता के तहत लोगों के सहयोग से स्कूल कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर कुल 2022 कार्यक्रम किए गए और आदी सैकड़ों लोगों की लिस्टिंग कर उनकी विभिन्न संस्थाओं की मदद थाने में काउंसलिंग हुई, जिससे सैकड़ों लोग नशे से दूर हुए हैं।

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