जंतर मंतर में पिछले एक माह से धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में छत्तीसगढ़ से सत्यजीत साहू अपनी टीम के साथ धरना स्थल पर पहुँचे।
छत्तीसगढ़ से टीम के सदस्य ठाकुर संतोष और सुरज दुबे ने भी साथ जाकर पहलवानों से मुलाक़ात की . धरने को समर्थन देते हुए सत्यजीत साहू ने पहलवान बजरंग पुनिया से मुलाक़ात की।
इस अवसर पर टीम के सदस्यों ने कहा कि न्याय में देरी भी एक अन्याय है . हम सब अन्याय के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ रहे पहलवानों का साथ दे रहे हैं। हमने पिछले कई दशकों से शायद ही किसी नामी खिलाड़ियों को किसी ख़ास स्पोर्ट्स फ़ेडरेशन के खिलाफ इतना बड़ा प्रदर्शन करते हुए देखा है। देश के पहलवानों की आवाज़ को मज़बूत बनाने के लिये नागरिकों को भी आगे आकर साथ देने की ज़रूरत है.।
तेईस अप्रैल से शुरू इस धरने पर बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साझी मलिक समेत कई नामी पहलवान शामिल हैं। एक माह से चल रहे इस प्रदर्शन में पहलवानों कि एक माँग तो पुरी हो चुकी है पर बाक़ी माँगें अभी भी पुरी नहीं हुई है. सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद ही प्रकरण पर केस दर्ज हो पाया . पुलिस ने धरना स्थल की बिजली काट दी है. प्रतिनिधिमंडल ने रात में जब जाकर मुलाक़ात की तो देखा कि वैकल्पिक व्यवस्था से रौशनी की जा रही है. इस आंदोलन से देश की खेल व्यवस्था की विसंगतियों बड़े रूप में उजागर हो रही हैं ।