रायपुर।
प्रोग्रेसिव युटिलाईजेशन ऑफ रिसर्च एड ईकानामिक्स और डाक्टर ऑन स्ट्रीट के युवा साथियों ने आज गरियाबंद ज़िले के दुरस्थ गाँव में पुरी टीम के साथ भ्रमण किया । टीम ने दोनों गाँव में जाकर वहाँ निवासरत आदिवासियों के जीवन के बारे मे विस्तार से सर्वेक्षण किया । संस्कृति ,शिक्षा ,आजीविका और स्वास्थ्य में आदिवासियों के जीवन सुधार के लिये किये जाने वाले उपायों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिये युवा टीम ने अपने संसाधनों के साथ कार्य करने का निर्णय लिया है।
कामेरभवदी के कमारटोला मे हीरालाल और पुसऊ राम के साथ पच्चीस परिवार बांस के कारीगरी में लगे हुए हैं। कमार परिवार में शिक्षा का स्तर और उठाने के लिये टीम ने शिक्षामित्र बनाने की योजना बनाई है ।
मौहाभाटा के भुंजिया परिवार में सेवामितान बनाकर उनके जीवन में परिवर्तन लाने की योजना है . दोस्त ( डाक्टर आन स्ट्रीट) और प्योर ( प्रोग्रेसिव युटिलाईजेशन आफ रिसर्च एंड इकानामिक्स) ने पायलट प्रोजेक्ट के रूप में दोनों विशेष संरक्षित जनजातियों के लिये मौहाभाटा और कामेरभवदी ग्राम का चयन किया है।
दोस्त के संयोजक डॉ सत्यजीत साहू ने बताया कि पिपरछेडी के ईश्वर वर्मा के सहयोग से सेवाभावी युवाओं को ग्राम विकास का प्रशिक्षण देकर स्वास्थ्य जागरूकता का कार्य किया जायेगा. मितानिनों का भी इसमें सक्रिय सहयोग लिया जायेगा। प्योर टीम के संयोजक एडवोकेट ठाकुर संतोष ने कहा कि रिसर्च के आधार पर सतत विकास सूचकांक के मापदंड पर आदिवासियों की प्रगति के लिये समग्र विकास का कार्य किया जायेगा. युवा टीम में डॉ संगीता कौशिक , सुरज दुबे , सुनील शर्मा, ममता निषाद, अनुपमा एक्का, भुमी सुता साहू रिंकी सेन शामिल हैं।