शासकीय सेवकों के वेतन वृद्धि में रोक,कर्मचारी व उसके परिवार वालों को मंहगाई का बोझ झेलना पड़ेगा।

बिप्लब् कुण्डू,पखांजुर : नवीन शिक्षक संघ कोयलीबेडा द्वारा मुख्यमंत्री के नाम पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पखांजूर को ज्ञापन सौंपते हुए कहा गया कि छ. ग. सरकार के शासकीय कर्मचारियों के लिए जारी आदेश में वार्षिक वेतन वृद्धि पर रोक लगाई गई है। जो कि छत्तीसगढ़ राज्य में जुलाई महीने से लागू होने वाले शासकीय कर्मचारीयों का वार्षिक वेतन वृद्धि जोडा जाता है, जो अपने मुल वेतन का 3% वार्षिक वेतन वृद्धि के रूप में प्रदान किया जाता है। जिसके अनुसार शासकीय कर्मचारीयों को वर्ष में एक बार वेतन वृद्धि प्राप्त होता हैं, जिससे शासकीय सेवक इससे अपने जीवन यापन बेहतर बनाने तथा बढ़ती मंहगाई से जूझने में करते हैं।

नवीन शिक्षक संघ के प्रांताअध्यक्ष विकास सिंह राजपुत व प्रकाश चन्द्र कांगे तथा ब्लॉक अध्यक्ष बलविंदर कौर ने शासन के इस निर्णय को कर्मचारियों के लिए गलत निर्णय बताया गया है। उन्होंने कहा गया कि कोरॉना संक्रमण काल में छ. ग. सरकार समस्त वर्ग के लिए विभिन्न योजनाओं एवं पैकेज देकर सुदृढ़ बनाने का बेहतर कार्य कर रही है, किन्तु शासकीय सेवकों का वार्षिक वेतन वृद्धि के लाभ से रोकना कर्मचारी व उसके परिवार वालों के जीवन यापन पर मंहगाई का बोझ डालते हुए , वर्तमान में वार्षिक वेतन के अभाव से जीवन यापन पर मंहगाई का बोझ झेलना पड़ेगा।

प्रांताअध्यक्ष विकाश सिंह राजपुत ने छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री से मांग किया गया है कि शासकीय सेवकों के वार्षिक वेतन वृद्धि में रोक के आदेश को वापस लिया जाए और यथावत बने रहने दिया जाए। जो पूर्व की भांति कर्मचारियों को वार्षिक वेतन वृद्धि का बढ़ते महंगाई दौरान लाभ मिल सके। साथ ही कोरोना संक्रमण काल में शिक्षकों का विभिन्न कोरो ना कार्य ( चेक पोस्ट, सर्वे, क्वारेनटाइन केंद्र , रेलवे स्टेशन, मध्यान्न भोजन चावल वितरण) में डयूटी पर लगाया जा रहा है। जिससे शिक्षकों को कोरोना वायरस का खतरा बना रहता है,जो जानकारी के अनुसार बिलासपुर जिले के रेलवे स्टेशन पर डयूटी करने वाले शिक्षकों कोरोना पाज़ीटिव पाए गए हैं। अतः कोरो ना वरियर्ष की तरह ही शिक्षकों का भी 50 लाख का बीमा कव्हर दिया जाए। तथा लंबित जुलाई 2019 से जनवरी 2020 का 9% डीए मंहगाई भत्ता को घोषित करने हेतु मांग किया गया है।

जिसमे नवीन शिक्षक संघ के अध्यक्ष बलविंदर कौर, होरिलाल साहू, गोपाल सरकार, अरुण रावटे , गुरूदास बैनर्जी, लखन दुबे, रूपा मरकाम, विद्या जूर्री, कल्पना साहू, तुमेसवर विश्वकर्मा, शिशिर सरकार, अर्चित व्रत राय, नंद साहू, लालमन पटेल आदि शामिल थे। जिससे सदैव नवीन शिक्षक संघ कोरोणा काल में सरकार के निर्णय व कदम पर साथ देकर अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *