रायपुर। कार्यकर्ताओं के अंदरूनी विरोध के बाद भी एक पूर्व मंत्री और एक सांसद के दबाव में बनाए गए भाजपा अध्यक्ष जयंती पटेल के खिलाफ एक बार फिर कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया । चर्चा है कि इस बार मामला गंभीर है, नाराजगी और शिकायत दिल्ली दरबार तक की गई है। पटेल को अध्यक्ष बनाए जाने का पहले ही विरोध हो चुका है,उनकी लंबे अरसे तक रही निष्क्रियता के बाद भी रायपुर जैसे संगठन का महत्वपूर्ण पद सिर्फ दबाव में दिया गया। हर बार कार्यकर्ताओं के बीच ही फेल साबित हो रहे पटेल इस बार भी एक पार्टी कार्यक्रम लिए उपलब्ध नहीं हो पाए और एक कार्यक्रम में शामिल होने गुजरात चले गए। आयोजन को लेकर जब कुछ कार्यकर्ताओं ने अपने गायब अध्यक्ष के बारे में पता किया तो बात सामने आई। फिर बात तय कार्यक्रम को लेकर उठी तो अध्यक्ष पटेल का मैसेज टपक गया ये मामला महामंत्री जी देख लेंगे। ये बात सामने आते ही संगठन में फिर नाराज़गी पसर गई। इस बार नाराज कार्यकर्ताओं ने सीधे दिल्ली में नेताओं को संपर्क कर राजधानी के संगठन का हाल सुना दिया और कई खुलासे भी कर दिए। प्रदेश में दबाव में सुनवाई नहीं होने के कारण अब पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली का दखल बढ़ाने की तरफ मजबूत कदम बढ़ा दिया। नाराजगी के सबूत सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जो दिल्ली में बड़े नेताओं को भी भेजे गए हैं। पहले भी नितिन नवीन की डांट खा चुके हैं पटेल दबाव के कारण अपना अध्यक्ष पद पाने वाले जयंती पटेल को संगठन कार्यों में लापरवाही के लिए सहसंगठन प्रभारी नितिन नवीन से डांट पड़ चुकी है। लेकिन अपने आकाओं के आगे संगठन और दिल्ली तक के नेताओं को कुछ नहीं समझने वाले पटेल अपने तरीके से काम कर रहे हैं। अब जबकि आने वाले कुछ समय में विधानसभा चुनाव होने हैं अध्यक्ष का रवैया कार्यकर्ताओं में निराशा ला रहा है। भाजपा के खाते में सबसे कमजोर राजधानी का संगठन बीजेपी यूं तो पूरे प्रदेश में एक बार फिर से चुनावी तैयारी कर रही है। लेकिन राजधानी के संगठन से जो संदेश अन्य जिलों में जाना चाहिए वो परफॉर्मेंस अध्यक्ष के तौर पर जयंती पटेल नहीं दिखा पा रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव जैसे गंभीर नेता जो सड़क पर संगठन के लिए लाठियां झेल रहे हैं। उन्हें राजधानी के संगठन को भी अलग से संभालना पड़ रहा है । वो लगातार कार्यकर्ताओं की नाराजगी को समझ रहे हैं लेकिन ठोस निर्णय नहीं कर पा रहे हैं। नाराज कार्यकर्ताओं ने विरोध समर्थन में जारी किए नम्बर राजधानी के अध्यक्ष जयंती पटेल को लेकर नाराजगी का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि विरोध में कार्यकर्ताओं ने समर्थन के लिए नम्बर तक जारी किए हैं। नम्बरों को देते हुए नवरात्र पर सौगंध उठाने की बात करते हुए अध्यक्ष बदलने की बात कही गई है। इस कड़े विरोध के बाद भी अगर रायपुर अध्यक्ष पटेल को अभयदान मिल जाता है तो ये मान लें की यहां दिल्ली संगठन भी गंभीर नहीं है।