शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )
कांग्रेस ने अपने तीन दिवसीय 85वें महाधिवेशन में ‘नयी कांग्रेस के आगाज’ का ऐलान किया और अपने नेताओं से आह्वान किया कि वे इस साल होने वाले कई राज्यों के विस चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए अनुशासित एवं एकजुट होकर काम करें, क्योंकि ये चुनाव ही आगामी लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेंगे। पार्टी ने एक बार फिर से फिर विपक्षी एकजुटता की जरूरत पर जोर दिया और स्पष्ट रूप से यह संकेत भी दिया कि वह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद अब अरुणाचल प्रदेश से गुजरात के बीच यात्रा निकाल सकती है।
छत्तीसगढ़ के रायपुर में कांग्रेस ने अपने 85वें राष्ट्रीय अधिवेशन में ईवीएम, चुनावी बांड समेत कई राजनीतिक संकल्प लिये गये हैँ। यदि इनका धरातल पर ईमानदारी से पालन किया गया तो संगठन को निश्चित ही मजबूती मिलेगी।छत्तीसगढ़ के महाधिवेशन में कांग्रेस ने अपने संविधान में बड़ा संशोधन किया है।पार्टी ने फ़ैसला किया है कि कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों में 50 प्रतिशत पदों को आरक्षण के जरिए भरा जाएगा।कांग्रेस पार्टी ने एससी-एसटी, ओबीसी, महिला और युवाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने का फ़ैसला किया और कहा कि पार्टी में 50 साल से कम उम्र के नौजवानों और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी।राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी समय-समय पर ‘युवा कांग्रेस’ का नारा देते रहे हैं, कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता भी मानते हैं कि सोनिया गांधी वैसे भी अपनी तबियत के कारण अधिक सक्रिय नहीं हैं पर कॉंग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व पीएम को सीडब्लूसी के पदेन सदस्य होने सम्बंधित संविधान संशोधन के बाद सोनिया, डॉ मनमोहन सिंह कांग्रेस से जुड़े रहेंगे ही…. वैसे यह भाजपा के बुजुर्ग नेताओं (लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी)आदि को मार्गदर्शन मण्डल में भेजने का जवाब भी हो सकता है…?अपने संकल्प पत्र में कांग्रेस ने कहा है कि ‘‘हम समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों के साथ मिलकर एक साझा, रचनात्मक कार्यक्रम के माध्यम से संविधान को बचाने तथा देश की तीन मुख्य चुनौतियों बढ़ती आर्थिक असमानता,बढ़ते सामाजिक ध्रुवीकरण और गंभीर होती जा रही राजनीतिक तानाशाही का दृढ़ता से सामना करते रहेंगे।’’ कांग्रेस ने कहा था कि वह सक्षम नेतृत्व प्रदान करने का दमखम रखती है, लेकिन भाजपा को मात देने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट करने और अपने लक्ष्य को हासिल करने के वास्ते त्याग करने को भी तैयार है।साथ ही, कांग्रेस ने दो टूक कहा था कि तीसरे मोर्चे की कवायद से भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को ही फायदा होगा। पार्टी ने विपक्षी दलों को यह संदेश ऐसे वक्त में देने की कोशिश की है, जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस से गठबंधन को लेकर जल्द निर्णय करने की अपील कर चुके हैं तथा भारत राष्ट्र समिति समेत कुछ क्षेत्रीय दलों द्वारा कांग्रेस को छोड़कर अन्य दलों को लेकर तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद की खबरें आ रही हैं।
शुक्ला, मिनीमाता,वोरा,जोगी
आदि को भुलाया गया……
छग में कॉंग्रेस का महा
अधिवेशन हुआ, गांधी, नेहरू, अबुल कलाम आजाद,सुभाष चंद्र बोस, लाल बहादुर शास्त्री,भीम राव आम्बेडकर, इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी से नरसिम्हा राव तक के छायाचित्र लगाए गये, वरिष्ठ पत्रकार चंदूलाल चंद्राकर के नाम पर भी डोम बनाये गये पर सीपी एंड बरार तथा मप्र के पहले सीएम पंडित रविशंकर शुक्ल, सतनामी समाज की महिला गुरु, पूर्व सांसद मिनी माता, रविशंकर शुक्ल के पुत्रों अविभाजित मप्र के सीएम रहे श्यामाचरण, वर्षो तक केंद्र में मंत्री रहे विद्याचरण शुक्ल,मप्र के सीएम, छ्ग के रहनेवाले संभवत: पहले राज्यपाल, कॉंग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे मोतीलाल वोरा,छ्ग के पहले सीएम अजीत जोगी( हालांकि कॉंग्रेस छोड़कर बाद में नया राजनीतक दल बनाया था )आदि की उपेक्षा की भी चर्चा रही..इनको महत्व दिया जाता तो कांग्रेस के वोट ही बढ़ते……कुछ नहीं तो फोटो, डोम या स्वागत द्वार तो इनके नाम से बनाया जा सकता था? विद्याचरण शुक्ल तो सर्वाधिक बार सांसद बनने वाले गिने चुने कांग्रेस के नेताओं में एक रहे। छ्ग में पहली बार कॉंग्रेस महाअधिवेशन हुआ इसलिए छ्ग के बड़े पूर्व नेताओं को तो महत्व देना बनता था….?
भूपेश का कद अब
और भी बढ़ा….
छ्ग के सीएम भूपेश बघेल का कद देश की राजनीति और कांग्रेस में बढ़ता ही जा रहा है… हिमाचल प्रदेश में कॉंग्रेस की सरकार बनाने में भी उनकी प्रमुख भूमिका रही है वहीं कांग्रेस का छ्ग में सफल महाअधिवेशन कराने के कारण भी वे पूरे देश के कॉंग्रेसी नेताओं तथा कार्यकर्त्ताओं के बीच अब पहचाने जाने लगे हैं।नरेंद्र मोदी सरकार से सीधे टकराने,उनके खिलाफ सीधे बयानबाजी के चलते भी वे चर्चित हैं,उनके “छ्ग मॉडल” की भी देश में चर्चा होती रहती है,छ्ग में विस चुनाव के पहले कई विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर विधायकों की टोह लेने तथा आम लोगों से बातचीत कर मौक़े में ही कई समस्याओं का निराकरण करने की उनकी पहल को भी सराहा जा रहा है। सूत्र कहते हैँ कि कांग्रेस की सबसे शक्तिशाली कमेटी “सीडब्लूसी” में भी उनका शामिल होना तय माना जा रहा है वहीं राज्यसभा सदस्य रंजीता रंजन को भी शामिल किया जा सकता है।
और अब बस…
0 कवर्धा के बैगाओं द्वारा सुताखर नामक घास और मुआ फूल की डंडी से बने बीरन हार से स्वागत पर यह अफवाह फ़ैल गईं की भूपेश ने सोने की माला से कुछ कॉंग्रेसी नेताओं का स्वागत किया है?
0 दिग्गी राजा,उनकी पत्नी पत्रकार अमृता राय सिंह तथा विधायक पुत्र जयवर्धन सिंह तीनों कॉंग्रेस अधिवेशन में शामिल हुए।
0छ्ग कॉडर के 87 बैच के आईएएस (अब सेवानिवृत) बीवीआर सुब्रमणयम नीति आयोग के सीइओ बनाए गये हैं।
0कॉंग्रेस के एक बड़बोले नेताऔर एक निगम के अध्यक्ष अधिवेशन मंच पर बोलने का मौका नहीं मिलने पर दुखी हैं।उन्होंने कभी अटलजी के बाप का नाम एक आमसभा में पूछ लिया था।
0 बिलासपुर जिले में एस पी संतोष सिंह के नेतृत्व में आपरेशन निजात अभियान में सिर्फ फरवरी में ही कुल 635 व्यक्ति आबकारी और एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार किये गये हैँ ।