झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस को अपनी पाँचवी पुस्तक ‘आइना ए छत्तीसगढ़ ‘ भेंट किया.. उनसे लम्बी बातचीत भी हुई… रमेश बैस ने नगर निगम रायपुर के ब्राम्हण पारा वार्ड मेंबर चुनाव से अपनी राजनीतिक पारी शुरू की, फिर मंदिर हसौद से विधायक बने,उसके बाद रायपुर लोकसभा से 7 बार सांसद बनते रहे, अटल बिहारी मंत्रिमण्डल के हिस्सा बने, बाद में त्रिपुरा और अब झारखण्ड के राज्यपाल बने हैं.. उनके राजनीतिक सफऱ का मै बतौर पत्रकार भी साक्षी रहा हूँ… उनके राज्यपाल बनने के बाद जरुर मुलाक़ातें कम हुई… पर आज उनसे मुलाक़ात से मुझे ऐसा नहीं लगा कि किसी लाट साहब (राज्यपाल)से मिल रहा हूँ…वहीं रमेश भाई लगे जो पहले लगते थे…..दिग्गज कांग्रेसी पूर्व मुख्य मंत्री श्यामाचरण शुक्ला,पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ला, वर्तमान सीएम छ्ग भूपेश बघेल, सत्यनारायण शर्मा, धनेन्द्र साहू आदि को लोकसभा में पराजित करने वाले रमेश बैस, दो राज्यों के राज्यपाल बनने का रिकार्ड अपने नाम कर चुके हैं।