शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )
भारत की राजनीति में कथित पेगासस जासूसी मामला एक बार फिर छा गया है. अमेरिकीअख़बार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत ने इसराइली साफटवेयर पेगासस को ख़रीदा था…..?न्यूयॉर्क टाइम्स की इस रिपोर्ट के दावे के मुताबिक़,भारत ने पेगासस को एक रक्षा सौदे के तहत साल 2017 में इसराइल से ख़रीदा था. हथियारों के दो अरब डॉलर के पैकेज में इसे लिया गया था पिछले साल पेगासस जासूसी सॉफ़्टवेयर के ज़रिए कई देशों में नेताओं, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के कॉल रिकॉर्ड करने की बात सामने आई थी. इसमें भारत का नाम भी शामिल था.इसके बाद इस मामले पर राजनीतिक बयानबाज़ी शुरू हो गई है।कई राजनीतिक दलों से लेकर पत्रकार तक इस पर टिप्पणी कर रहे हैं. ये सोशल मीडिया पर ट्रेंड में है और लोग इस पर बात कर रहे हैं.पिछले साल जुलाई में ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ और भारत में समाचार वेबसाइट ‘द वायर’ ने एक ख़बर में दावा किया था कि दुनियाभर के कई पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक किए गए.’द वायर’ के अनुसार कंपनी के क्लाइंट्स की जिन लोगों में दिलचस्पी थी, उनसे जुड़े 50 हजार नंबरों का एक डेटाबेस लीक हुआ है और उसमें 300 से ज़्यादा नंबर भारतीय लोगों के हैं.इन लोगों में भारत के राजनेताओं, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का नाम भी शामिल है जिन्हें जासूसी की सूची में रखा गया था. हालांकि, ये साफ़ नहीं था कि इन लोगों पर जासूसी की गई है या नहीं.पेगासस को इसराइल की साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ने तैयार किया है. बांग्लादेश समेत कई देशों ने पेगासस साफ्टवेयर ख़रीदा है. इसे लेकर पहले भी विवाद हुए हैं….
भाजपा सबसे अमीर राजनीतिक पार्टी…
एशोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्मस की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत के राजनीतिक दलों में 4487 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ भाजपा शीर्ष स्थान बनाये हुए है जबकि 698 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ बसपा दूसरे और 588 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ कांग्रेस तीसरे स्थान पर चल रही है। 563 रुपये करोड़ की संपत्ति के साथ समाजवादी पार्टी चौथे स्थान हासिल करने में सफल रही है। मोदीजी ठीक कहते हैं- कांग्रेस 70 साल सत्ता में रहने के बाद भी जो न कर पाई वह भाजपा ने 7 साल में कर दिखाया…लोकतंत्र में सब फलते-फूलते हैं .जो गरीबों की सुनता है …..गरीब उसकी सुनते हैं …….राजनीतिक दल 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त में राशन देते हैं तो ये 80 करोड़ गरीब ही इन राजनीतिक दलों को हजारों करोड़ रूपये का मालिक भी बना देते हैं .जो सत्ता में होता है वो सबसे ज्यादा पाता’ है।भारतीय लोकतंत्र की यही खूबसूरती है?यहां ‘ सिस्टम’ गरीब को और गरीब तथा अमीर को और अमीर बनाता है….!
अमृतकाल का 25 सालों का बजटऔर इतिहास…
मोदी सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सितारमन के अनुसार इस वक्त देश में अमृतकाल चल रहा है यह 25 साल चलेगा… देश की आजादी के 100 साल यानि सन 2047 तक चलेगा।देश में 80%आबादी के पास खाने के लिए भोजन नहीं
है….(केंद्र सरकार का 5किलो अनाज मुफ्त देने का दावा) करोड़ों लोग कोरोना महामारी में बेरोजगार हो गये हैँ…अमृतकाल के 25.साल में 60 लाख रोजगार देने की बात की गईं हैं….पर पिछले चुनाव के समय 2करोड़ हर साल रोजगार देने के वादे का क्या हुआ…..इधर आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया… वैसे जवाब यह भी वाट्सअप यूनिवर्सिटी से आ सकता है कि ज़ब कोरोना काल में आय घटी हैं तो आयकर स्लेब में बदलाव के क्या मायने…..! किसानों की आय दोगुनी करने के वादे का क्या हुआ…..100 स्मार्ट सिटी बनी कि नहीं…..यह है इस साल के मोदी सरकार और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट का हाल… खैर हम बजट के इतिहास पर चलते हैं…..ब्रिटिश क्राउन के अंतर्गत ईस्ट इंडिया कंपनी के ज़रिए हिंदुस्तान में 7 अप्रैल, 1860 को पहला बजट जेम्स विल्सन ने पेश किया था.देश की आजादी के बाद पहले वज़ीरे खज़ाना (वित्त मंत्री ) आर. शन्मुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को शाम 5 बजे आज़ाद हिंदुस्तान का पहला बजट पेश किया था. हालांकि यह मुकम्मल बजट नहीं था.आज़ाद हिंदुस्तान का पहला बजट केवल 7 महीने (15 अगस्त, 1947 से 31 मार्च 1948 तक) के लिए ही पेश किया गया था. इसमें भारतीय अर्थव्यवस्था का जायज़ा किया गया और कोई नया टैक्स नहीं लाया गया था. देश के इतिहास में सबसे अधिक बार बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री मोरारजी देसाई हैं. देसाई 1959 में भारत के वित्त मंत्री बने थे. उन्होंने 10 बार बजट पेश किया. मोरारजी ने 1964 और 1968 में दो बार अपने जन्मदिन 29 फरवरी को बजट पेश किया.मोरारजी देसाई के बाद पी चिदंबरम ने सर्वाधिक 8 बार बजट पेश किया है. प्रणब मुखर्जी, यशवंत सिन्हा, वाईबी चौहान और सीडी देशमुख ने 7 बार बजट पेश किया. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यशवंत सिन्हा और अरुण जेटली ही ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने लगातार 5 बार बजट पेश किया. निर्मला सीतारमणने 4 बार….।संसद में बजट पेश करने वाली महिलाओं में सिर्फ इन्दिरा गांधी और निर्मला सीतारमण शामिल हैं.
कांग्रेस का सामाजिक न्यायवाद, राष्ट्रवाद और गाँधी वाद…
छ्ग कांग्रेस सरकार के मुखिया भूपेश बघेल सामाजिक न्यायवाद, राष्ट्रवादवाद, गाँधीवादी व्यवस्था के समर्थक होने की बात जनता के सामने लाने प्रयासरत है…. पहले किसानों का ऋण माफ़ी फिर 2500₹ क्विंटल में धान खरीदी , बस्तर में किसानों को टाटा से जमीन वापसी के बाद हाल ही में राहुल गाँधी के हाथों भूमिहीन कृषि मजदूर किसानों को 7000₹ वार्षिक की सहायता,राजीव मितान क्लब को राशि देकर छ्ग में सामाजिक न्याय की दिशा में एक और कदम उठाया है वहीं राष्ट्रवाद की दिशा में रायपुर में अमर जवान ज्योति की स्थापना के लिए राहुल गाँधी के हांथों शिलान्यास करवाया है,तो गाँधी वादी विचारधारा की दिशा में वर्धा की तर्ज पर सेवा ग्राम बनाने की भी पहल कर गाँधी के बताये मार्ग पर चलने के संकल्प को दोहराया भी है, उसका भी शिलान्यास राहुल गाँधी के हांथों करवाया है। इस तरह अगले विधानसभा चुनाव के लिए अपने पत्ते खोलने की शुरुआत भी कर दी है। इधर राहुल गाँधी ने भूपेश सरकार के 3 सालों के कार्यकाल की उपलब्धियों से न केवल रूबरू हुए बल्कि राज्य सरकार के कामों को सराहा भी……कोरोना काल में भी स्थानीय उत्पादों के जरिये, गोबर खरीदी आदि के जरिये प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सम्हालने में भूपेश सरकार की नीतियों की भी प्रशंसा की है।
भूपेश के कार्यों से भाजपा चिंतित……?
छ्ग के भूपेश बघेल कड़े संघर्ष के बाद सीएम बने हैँ, राजनीति की धूप छाँव में तपे तपाए भूपेश लगातार प्रदेश में भाजपा से मुद्दे छीनने में लगे हैं….इससे भाजपा आला कमान भी चिंतित है…?भाजपा ने रामजन्म भूमि में मंदिर के मुद्दे के बाद केंद्र में सरकार बनाई वहीं कई राज्यों में भी सरकार बनाने में सफल हुई है । इधर भूपेश ने राम के ननिहाल छ्ग में माता कौसल्या के मंदिर (चंदखुरी )का जीर्णोद्धार कराया , छ्ग में राम, सीता और लक्षमण के वनवास काल की याद में राम वन पथ गमन का निर्माण शुरू कराया है….. भाजपा के सेना, सैनिक के राष्ट्रवाद के तथाकथित मुद्दे को उछालकर पिछले चुनाव में भावनात्मक मुद्दे पर दूसरी बार देश में सरकार बनाई….भूपेश ने रायपुर में शहीदों की याद में अनवरत जलने वाली अमर ज्योति की स्थापना की घोषणा की (मोदी सरकार ने इण्डिया गेट में अमर ज्योति बुझा दी है…)यही नहीं वर्धा की तर्ज पर नया रायपुर में सेवा ग्राम बनाने की घोषणा कर (गाँधीवाद की दिशा में) रही सही कसर भी पूरी कर दी है… भूपेश किसानों को 2500रु क्विंटल धान का समर्थन मूल्य देकर, गोबर खरीदी, नरवा गरुवा घुरुवाऔर बाड़ी योजना तो चला ही रहे हैँ वहीं भूमिहीन किसान मजदूर न्याय योजना की भी शुरुआत कर चर्चा में आ गये हैँ ।वहीं छ्ग की संस्कृति से भी सरकार का जुड़ाव करा रहे हैं.. कुल मिलाकर भाजपा को भूपेश के नये कदम को लेकर हमेशा खतरा बना रहता है….!
और अब बस..
0राहुल गाँधी के साथ बगल में जमीन में बैठकर कुल्हाड़ीघाट के बनसिंह ने भी भोजन किया… बन सिंह, राजीव गाँधी से 1985 में कुल्हाड़ीघाट प्रवास में हाँथ मिला चुके हैँ…।
0राहुल गाँधी के कार्यक्रम स्थल में एक बड़े मंत्री का पोस्टर नगर निगम द्वारा हटाने फिर,लगाने का बिडिओ वायरल हो रहा है….?
0ईडी के जॉइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह बीजेपी में शामिल हो गए और उन्हें उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में उम्मीदवार भी बना दिया गया है. विपक्ष के नेताओं के घर छापा मारने में उन्होंने कभी संकोच नहीं किया…..!(5फरवरी 2022)