रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद उपासने ने प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व मंत्री रविंद्र चौबे को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा है कि सरकार के प्रवक्ता की हैसियत से श्री चौबे ने राज्यपाल जी को पुनः नसीहत दी है कि “राज् भवन को राजनीति का अखाड़ा ना बनावे” यह निश्चित रूप से इंगित करता है कि प्रदेश सरकार राज्यपाल जी को राजभवन तक कैद व प्रदेश शासन की कठपुतली बना कर रखना चाहता है ,तभी तो सरकार यह भी कहती है कि राज्यपाल बार-बार दिल्ली जाकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से क्यों भेंट करती हैं ?यदि राज्यपाल प्रदेश में चल रहे धर्मांतरण की शिकायतों पर कानूनी कार्यवाही करने बाबत शासन को पत्र लिखती हैं तो सरकार को पीड़ा होती है और शासन के प्रवक्ता याद दिलाते हैं कि हमने पहले भी कहा था कि राजभवन को राज्यपाल राजनीति का अखाड़ा ना बनावे ,जब राज्यपाल ने राजभवन से सनमणि वोरा को हटाकर अमित खलखो को सचिव बनाए जाने के सरकार के निर्णय का विरोध राज्यपाल द्वारा किया,प्रदेश के अनेकों मामलों को लेकर गत दिनों प्रधानमंत्री गृहमंत्री से मुलाकात की तब ,राज्यपाल जी के सुपबेड़ा दौरे पर जाने से रोकने हेलीकॉप्टर ना देना ,विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर या छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालय अधिनियम में बदलाव कर कुलपति नियुक्ति में राज्यपाल के अधिकार समाप्त करने जैसे मामलों में भी प्रदेश शासन ने राजभवन पर कीचड़ उछालने विवाद की स्थिति निर्मित की थी।उपासने ने कहा कि अब जब राज्यपाल जी आदिवासी अंचल के दौरे पर हैं तब सरकार को भय है कि विकास व सुविधाओं के खोखले दावों की पोल कहीं खुल न जाए इस कारण प्रदेश सरकार राज्यपाल की सक्रियता पर इस प्रकार के राजनीतिक आरोप लगा राज्यपाल के पत्र का जवाब न देकर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रही है । उपासने ने रविंद्र चौबे के बयान को देश के राष्ट्रपति सहित राज्यपाल व राज भवन का खुला अपमान बताते हुए रविंद्र चौबे को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की है।