बिप्लब् कुण्डू,पाखंजुर : ऑल इण्डिया किसान खेत मजदूर संगठन नें अनुविभागीय अधिकारी (रा.) पखांजूर में ऑल इण्डिया प्रतिवाद दिवस पालन किया । किसानों से सीधे खरीदी में न्युनतम समर्थन मूल्य का नियम का सम्पूर्ण परिपालन करते हुए मक्का ,धान,वनस्पति उत्पाद आदि खरीदी करने के मांग पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया हैं।संगठन द्वारा निरंतर इस विषय पर शासन – प्रशासन पर समस्या समाधान करने का दबाव बनाया जा रहा है ।



अनुविभागीय अधिकारी (रा.)के साथ वर्तालाप में उन्होंने चर्चा करते हुए आश्वासन दिया कि वास्तविक कठिन समस्या है ।मै अपने स्तर से चाहता हुं इस समस्या का समाधान तत्काल हो परंतु प्रशासन स्तर का आदेश वगैर मै कुछ भी नहीं कर सकती हुं ।आप का संगठन बार – बार मक्का खरीदी के विषय पर सरकार को सोचने का आवेदन दे रहे हैं ।मै तत्काल उसे उचित स्थान पहुंचा रहे हैं।आशा हैं जल्द कुछ निराकरण हेंगे।
संगठन अध्यक्ष हिरेन मय विश्वास, उपाध्यक्ष अनिमेष विश्वास ,महेश्वर वर्तमन ,दिलीप विश्वास आदि ने कहां है कि ,किसानों को कर्ज से मुक्ति ,किसानों की उन्नति , फसल उत्पादन में लागत खर्च से नीचे अवैध खरीदी,आत्महत्या रोकना आदि हेतू भारत सरकार प्रति वर्ष किसानों द्वारा उत्पादित अनाज खरीदने न्युनतम समर्थन मूल्य दर घोषित करते हैं ।
राज्य सरकार द्वारा उसका मजबूती से किसान हित में कानून अधिकार कि सुरक्षा देत है ।ताकि किसानो का लागत मूल्य से घाटे में अनाज बेचने पर किसानों को कई मजबूर ना कर सके । किसानों का जीवन सुरक्षित रखने को सरकारों द्वारा संवैधानिक अधिकार एवं कानून बनायें रखने का जिम्मेदारी निभाता हैं। हम किसान राज्य के अति पिछड़े छेत्र कांकेर जिला के कोयलीबेड़ा ब्लॉक पखांजूर में प्रति वर्ष किसानों से बजारों में न्युनतम समर्थन मूल्य से बहुत कम किमत देकर धान,मक्का ,वनपज उत्पाद आदि अवैध खरीदी होता हैं एवं निरंतर,निडर , बेतहाशा, नियमों का उलंघन कर खरीद कर रहे हैं।जिस कारण गरीब,
आदिवासी ,कम शिक्षित ,अशिक्षित ,किसान, मजदूरों से न्यूनतम समर्थन मुल्य से कम किमत में खरीदी करने के कारण किसान बैंक ,समिति ,महाजन आदि का कर्ज चुका नहीं पा रहा हैं ।
असहाय मजबूर किसान का नाम डिफलटर सूची में अंकित हो जाता है और कर्जदार बनजाते हैं। वर्ष दर वर्ष खेती किसानी करना हम किसानों केलिए महा घाटे का सौदा हो रहा हैं ।इससे मुक्ति दिलाने सहायता प्रक्रिया का क्रियान्वयन हेतु सरकार ने बैंक कर्ज चुकाने का फैसला लिया था। सरकार से संगठन अपील करते हैं कि उचित मूल्य एवं सही किमत किसानों को मिलने से किसान कभी भी कर्जदार नहीं बनेंगे एवं समृद्धशाली किसान बनकर रहेंगे।देश विकास में बहुत अधिक सहोगी बनेंगे।आर्थिक विकास होगी बजारों में क्रय – विक्रय में रौनक बढ़ने पूर्ण सहयोग से हर बस्तु कि मांग बरेगा बजार बढ़ेंगे।विदेशी मुद्रा आयेंगे शेयर बजारों में उछाल आयेंगे।देश तेज गति से विकास करेंगे।
किसान संगठन ने मांग पुरा करने पर जोर दिया हैं।बाजार दर नियंत्रण हेतु न्युनतम समर्थन मूल्य से आधिक दामो से खरीदी करे एवं बजार दर नियंत्रण कर अवैध खरीदी पर रोक लगाए।आधिकतम मूल्य (एम आर पी )तय करने के सिद्धांत अनुसार ही न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारण करे एवं लागत मूल्य से फसलो को डेढ़ गुणा किमत दिया जाए ।सरकार द्वारा किसानो का पुरा – पुरा अनाज उत्पादन लागत से डेढ़ गुणा मूल्य देकर खरीदीं करे।पखांजूर में मण्डी के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक मूल्य पर खरीदी करे एवं राज्य के हर अनुविभाग में एक मण्डी ,कोल्ड स्टोरेज बनाया जाए।दिलिप विश्वास, महेश्वर वर्तमन,विषेश्वर मिस्त्री, एकेश्वर वर्मन,भोलानाथ विश्वास,राजेश हलदार,विजय मजूमदार, अनिमेश विश्वास, सुबल विश्वास, धर्म दास विश्वास, तुषार मण्डल, प्रकाश हालदार सुजित मण्डल,अभिमन्यु राय आदि उपस्थित रहे।