टोक्यो : जापान की सत्तारूढ़ पार्टी एलडीपी ने बुधवार को पूर्व विदेश मंत्री फूमियो किशिदा को अपना नया प्रधानमंत्री चुन लिया। वहीं इस शीर्ष पद के लिए लड़ रहे लोकप्रिय वैक्सीन मंत्री 58 वर्षीय तारो कोनो को सफलता नहीं मिल सकी। किशिदा पार्टी के निवर्तमान नेता और प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा की जगह लेंगे, जो पिछले सितंबर में पदभार ग्रहण करने के बाद से केवल एक वर्ष की सेवा के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था।
नरम-उदारवादी राजनेता हैं फूमियो किशिदा…
पूर्व विदेश मंत्री फूमियो किशिदा को एक नरम-उदारवादी राजनेता के रूप में जाना जाता है। किशिदा को लंबे समय से प्रधानमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा था। 64 वर्षीय फूमियो किशिदा एलडीपी के नीति प्रमुख के रूप में कार्य कर चुके हैं। वह 2020 की पार्टी नेतृत्व की रेस में योशीहिदे सुगा से हार गए थे, लेकिन अब उन्हें सफलता मिल गई है।
तारो कोनो की थी युवा मतदाताओं पर पकड़, लेकिन नहीं मिली सफलता
58 वर्षीय तारो कोनो जापान के पूर्व विदेश और रक्षा मंत्री थे। वर्तमान में तारो कोनो कोविड-19 वैक्सीन के प्रभारी मंत्री हैं। जॉर्ज टाउन विश्वविद्यालय से स्टडी पूरी करने वाले और धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलने में सक्षम तारो कोनो की युवा मतदाताओं पर पकड़ है। लेकिन उन्हें इस शीर्ष पद के लिए सफलता नहीं मिल सकी।
प्रधानमंत्री की रेस में थे चार उम्मीदवार…
जापान के अगले प्रधानमंत्री की रेस में शामिल चार उम्मीदवारों में से दो महिलाएं भी थीं। साने ताकाइची और सेइको नोडा जिन्होंने प्रधानमंत्री पद के चुनाव में सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के नेतृत्व के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी। अगर इन दोनों महिलाओं में से किसी एक को भी जीत मिलती तो जापान में पहली बार कोई महिला प्रधानमंत्री बनतीं। इसके अलावा वैक्सीन मंत्री 58 वर्षीय तारो कोनो और पूर्व विदेश मंत्री फूमियो किशिदा थे।