वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की अध्यक्षता में शुक्रवार को क्वाड शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रेलियाई के पीएम स्कॉट मॉरिसन, उनके जापानी समकक्ष योशिहिदे सुगा ने हिस्सा लिया। क्वाड शिखर सम्मेलन का आयोजन व्हाइट हाउस में किया गया। सम्मेलन संपन्न होने के बाद क्वाड नेताओं की तरफ से संयुक्त बयान जारी किया गया, इसमें कोरोना से निपटने की चुनौती से लेकर क्वाड फेलोशिप तक का जिक्र किया गया।
क्वाड नेताओं के संयुक्त बयान में वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने को लेकर बेहतर तैयारी पर सहमति जताई गई। नेताओं ने हिंद-प्रशांत में स्वास्थ्य सुरक्षा प्रयासों के लिए समन्वय बनाने पर जोर दिया। उन्होंने 2022 में संयुक्त रूप से कम से कम एक महामारी तैयारी टेबलटॉप की प्रैक्टिस की भी चर्चा की गई।
कई मुद्दों पर बनी सहमति…
संयुक्त बयान में कहा गया कि कोविड की वजह से लगातार दुनिया को दर्द झेलना पड़ा। जलवायु संकट तेज हुआ, क्षेत्रीय सुरक्षा जटिल हो गई। इसने हमारे सभी देशों का व्यक्तिगत और एक साथ परीक्षा ली है, लेकिन एक दूसरे के प्रति सहयोग अडिग रहा है। संयुक्त बयान में कहा गया, ‘जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन के जरिए भारत के साथ कोविड से जुड़े स्वास्थ्य क्षेत्र में करीब 100 मिलियन डॉलर का प्रमुख निवेश किया जाएगा, इसमें वैक्सीन और इलाज के लिए दवाएं शामिल हैं।’ बयान में कहा गया, ‘क्वाड देशों के रूप में हमने वैश्विक स्तर पर 1.2 अरब वैक्सीन डोज देने का संकल्प लिया है। इसके अलावा हमने कोवैक्स के जरिए भी वैक्सीन पहुंचाई है। ’
Launch of Quad Fellowship – It will sponsor 100 students per year—25 from each Quad country—to pursue masters and doctoral degrees at leading STEM graduate universities in the United States: Quad leaders pic.twitter.com/pQPwQGcdoQ
— ANI (@ANI) September 25, 2021
क्वाड फेलोशिप लॉन्च…
संयुक्त बयान में इस क्वाड फेलोशिप लॉन्च करने का एलान किया गया। चारों राष्ट्राध्यक्षों ने एक सुर में क्वाड फेलोशिप देने पर सहमति जताई। इसके तहत हर क्वाड देश से 25 छात्र और कुल 100 छात्रों को ये फेलोशिप दी जाएगी। अमेरिका में प्रमुख STEM ग्रेजुएट यूनिवर्सिटी में मास्टर्स और डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने के लिए हर साल 100 छात्रों को स्पॉन्सर करने पर भी रजामंदी हुई।