राहुल गांधी से सीएम बघेल- मंत्री सिंहदेव की बैठक खत्म, ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर सस्पेंस बरकरार

नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव भी इस दौरान मौजूद रहे. मुख्यमंत्री बघेल सोमवार शाम को फ्लाइट से राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हुए थे. छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार ने इस साल अपना ढाई साल का कार्यकाल पूरा किया है. राहुल गांधी द्वारा बुलाई गई इस बैठक के दौरान छत्तीसगढ़ के एआईसीसी प्रभारी पीएल पुनिया और एआईसीसी महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे.

अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस बैठक में मुख्यमंत्री पद के बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा हुई है. सिंह देव ने बैठक से पहले संवाददाताओं से कहा था कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी हमारे नेता हैं और वे जो भी कहेंगे हम उसका पालन करेंगे. बघेल ने भी यही कहा था कि नेतृत्व जो भी फैसला करेगा उसका पालन किया जाएगा. मालूम हो कि राज्य में दिसंबर 2018 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद बघेल और राज्य के वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव और ताम्रध्वज साहू मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार थे.

ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर बनी थी सहमति

राज्य में नयी सरकार के गठन के बाद से ही मुख्यमंत्री पद के लिए ढाई साल के फॉर्मूले की चर्चा शुरू हो गई थी. जब 17 दिसंबर साल 2018 को बघेल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब सिंह देव और साहू ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी. राज्य में तब से चर्चा है कि बघेल और सिंह देव के मध्य ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद के लिए सहमति बनी है.

इससे पहले राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए कथित फॉर्मूले को लेकर मुख्यमंत्री बघेल से सवाल किया गया था तब उन्होंने कहा था कि अगर पार्टी आलाकमान आदेश करेगा तब वह पद खाली कर देंगे. छत्तीसगढ़ में दिसंबर 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से मुख्यमत्री बघेल और सिंहदेव के बीच रिश्ते सहज नहीं रहे. सिंह देव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी और ऐसे में अब सिंह देव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए, हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने बघेल को मुख्यमंत्री पद से हटाने का कोई संकेत नहीं दिया है.

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