अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने 80 देशों में से 40 ने खोला लॉकडाउन, 6 देश सीमाएं खोलने को भी तैयार,

नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए दुनियाभर में लॉकडाउन लगाया गया था। अब दुनिया के सबसे प्रभावित 80 देशों में से 40 देशों ने अपने यहां लॉकडाउन खोल दिया है। इन देशों में जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर आना शुरू हो गई है। इन 40 देशों में सबसे ज्यादा 26 यूरोपीय देश हैं। छह देश तो ऐसे हैं जो अपनी सीमाएं खोलने के लिए भी तैयार हैं।औरा विजन समेत अन्य रिसर्च एजेंसियों की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। लॉकडाउन खोलने वाले देशों में फिर से कई उद्योग, दुकानें, रेस्तरां, स्कूल, बीच, बार और अन्य स्थल खुल चुके हैं। लॉकडाउन खोलने वाले सबसे ज्यादा 26 देश यूरोप के हैं। कोरोना प्रभावित मुख्य 10 देशों में भी छह देश यूरोप के ही हैं।

अमेरिका और एशियाई देशों में खुला लॉकडाउन 

इनके अलावा अमेरिका और एशियाई देशों में भी लॉकडाउन खुला है। इन देशों की सरकारों का मानना है कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लॉकडाउन खोलना जरूरी है। छह देश अब सीमाएं खोलने पर भी जोर दे रहे हैं। बेल्जियम, जर्मनी और स्विट्जरलैंड 15 जून से विदेशी पर्यटकों को आने देने की योजना बना रहे हैं। इस महीने के आखिर में इसकी घोषणा की जा सकती है।

कई देशों ने दिया अपनी सीमाएं खोलने पर जोर

ग्रीस एक जुलाई से विदेशी पर्यटकों के लिए सीमा खोलने जा रहा है। इटली तीन जून से अपनी सीमाएं खोलेगा। नीदरलैंड्स ने कुछ देशों के यात्रियों को आने की अनुमति दी है। पोलैंड 13 जून से सीमाएं खोल सकता है। दुनिया के 195 देश कोरोना प्रभावित हैं। चीन को छोड़ बाकी देशों ने मार्च या अप्रैल में लॉकडाउन लगाया था।

अमेरिका के 50 राज्यों में से 30 में लॉकडाउन खुला

अमेरिका के 50 राज्यों में से 30 में लॉकडाउन खुल चुका है। चीन की लंबी दीवार पर लॉकडाउन खुलने के बाद बड़ी संख्या में घरेलू पर्यटक आने लगे हैं। थाईलैंड में दुकानें, फूड कोर्ट खुले हैं। वहीं, पाकिस्तान में लाहौर, कराची समेत पांच एयरपोर्ट से घरेलू विमान सेवाएं बहाल कर दी गई हैं।

ऑस्ट्रेलिया में हफ्ते में एक ही दिन स्कूल आने का नियम

फ्रांस के स्कूलों में 11 साल के बच्चों को मास्क लगाकर आने की ही अनुमति है। इससे बड़े बच्चों को वाइजर कैप लगाकर स्कूल आना अनिवार्य है। ऑस्ट्रेलिया में हफ्ते में एक ही दिन स्कूल आने का नियम रखा गया है, बाकी दिन घर पर ही पढ़ाई करनी होगी। ताइवान और नीदरलैंड्स के स्कूलों में प्लास्टिक स्क्रीन से विभाजन किया गया है। फिनलैंड में बच्चों को हाथ मिलाने और गले मिलने की मनाही है उन्हें इसके लिए नए तरीके सिखाए जा रहे हैं।

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