उज्जैन। नागपंचमी के दिन उज्जैन में महाकाल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ है। वहीं, भस्मारती के बाद ही महाकाल श्रद्धालुओं को दर्शन देते हैं। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला भस्मारती से पहले ही महाकाल के दर्शन के लिए पहुंच गए। इस दौरान पुजारियों को भी अंदर नहीं जाने दिया गया, जिसकी वजह से हंगामा हो गया।
जानकारी के अनुसार मंदिर में आधे घंटे देर से भस्मारती शुरू हुई है। कोरोना की वजह से भस्मारती के दौरान महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की एंट्री पर बैन है। ऐसे में कैलाश विजयवर्गीय और उनके विधायक बेटे पहले ही दर्शन के लिए पहुंच गए थे। हंगामे के बाद वहां से विधायक रमेश मेंदोला निकलते दिखाई दिए हैं। हालांकि हंगामे को लेकर उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं, महाकाल मंदिर प्रबंधन ने भी इस पर कुछ नहीं कहा है। दरअसल वीआईपी नेताओं के चलते मंदिर की भस्म आरती आधे घंटे की देरी से हुई! इसकी वजह ये थी कि सरकारी पास होने के बावजूद पुजारियों को भी मंदिर में एंट्री नहीं दी गई. जिन पुजारियों को एंट्री नहीं मिली, उनमें भस्म आरती के मुख्य पुजारी अज्जू गुरू भी शामिल हैं. इस घटना से पुजारी भड़क गए और इससे मंदिर परिसर में हंगामे की स्थिति बन गई.