कोरबा : कोरबा जिले में शिक्षकों की व्याप्त समस्याओं का निराकरण नहीं करने एवं कोरोना संक्रमण काल के दौरान ड्यूटी लगाने में सावधानी नहीं बरतने पर कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत ने जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की है।
सांसद तक छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ, कोरबा सहित मीडिया की खबरों के माध्यम से शिकायत पहुंची है जिसमें गंभीर बीमार ग्रस्त कर्मचारी, गर्भवती एवं शिशुवती महिला तथा दिव्यांग कर्मचारियों को कोविड ड्यूटी से मुक्त रखने की मांग को नजर अंदाज किया गया है। विगत दिनों तानाखार शासकीय हाईस्कूल के सहायक शिक्षक 60 प्रतिशत दिव्यांग सधवा कुमार बंजारे की भी कोविड ड्यूटी लगा दी गई थी जिससे संक्रमित होकर 19 मई 2021 को उनकी मौत हो गई। सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने मौत पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए कहा है कि विभागीय अधिकारी संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। स्कूलों के अलावा छात्रावासों व विभिन्न शासकीय विभागों में प्रतिनियुक्ति पर भेजे गए शिक्षकों का भी मार्च-अप्रैल माह का वेतन कोरोना काल में रोके जाने को सांसद ने अनुचित ठहराते हुए इसे जारी करने की बात कही है ताकि संकट की इस घड़ी में आर्थिक समस्या उत्पन्न न हो और शिक्षक मानसिक तनाव में न रहें।
सांसद ने कोरबा डीईओ के द्वारा वर्चुअल वेबीनार में दिए गए मौखिक निर्देश पर नाराजगी जताई है जिसमें किसी शिक्षक के परिवार में कोरोना संक्रमण होने के बाद भी शिक्षक को होम आइसोलेट न रहकर कार्य पर उपस्थित होना अनिवार्य किया गया है व उसे अवकाश की पात्रता भी नहीं दी गई है। सांसद ने कोविड सर्वे ड्यूटी में तैनात समस्त कर्मचारियों को मास्क, सेनेटाइजर, हैण्ड ग्लब्स उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं।
सांसद श्रीमती महंत ने कोरबा तहसील के ग्राम रिस्दी में देवू कंपनी द्वारा अधिग्रहित जमीन को लेकर कहा है कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है और किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। किसानों को उनकी जमीन और मालिकाना हक सहित विधि सम्मत न्याय दिलाने की हर संभव कोशिश हमारे द्वारा किए जाएंगे। सांसद ने साफ तौर पर कहा है कि किसानों ने अपनी जमीनें शर्तो के तहत दी है और उनके साथ पूरा न्याय होने तक किसी तरह की कार्यवाही का वे पुरजोर विरोध वे करती है।