नदियां प्यासी रही रात भर… और बादल बरसता रहा….

शंकर पांडे  ( वरिष्ठ पत्रकार )        

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प्रसिद्ध व्यंगकार हरिशंकर परसाई ने लिखा था कि सरकार कहती है कि हमने चूहे पकडऩे के लिए चूहे दानियां रखी है, एकाध चूहेदानी हमने भी देखा है, जिसमें घुसने के लिए छेद से बड़ा छेद पीछे से निकलने के लिए होता है, चूहा इधर से फंसता है और उधर से निकल जाता है पिंजड़ा बनाने वाले, चूहा पकडऩे वाले, चूहों से मिले प्रतीत होते हैं… वे इधर हमें पिंजड़ा दिखाते हैं और उधर चूहे को छेद दिखा देते हैं कुछ ऐसा ही चूहे और चूहेदानी का खेल केन्द्र तथा छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार के बीच चल रहा है. कौन किसको पिंजड़े से निक़लने की जगह दिखा रहा है….।
छत्तीसगढ़ के कुछ कांग्रेसी नेताओं ने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से सेण्ट्रल विस्टा की 20 हजार करोड़ की योजना को स्थगित करने की मांग की, कांग्रेस की सबसे वरिष्ठ नेत्री सोनिया गांधी सहित विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सेण्ट्रल विस्टा योजना को स्थगित करने, सभी को केन्द्र सरकार द्वारा नि:शुल्क कोरोना वैक्सीन सुलभ कराने आदि का अनुरोध किया था, प्रधानमंत्री ने तो विपक्ष के पत्र पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की हां, उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा ने जरूर जवाब दिया, पत्र में कोई ठोस बात तो नहीं है सवाल के जवाब में सवाल ही उठाया है उन्होंने तो पत्र में यह भी लिखा है कि कांग्रेस सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का विरोध कर रही है वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा नये विधानसभा परिसर का निर्माण कर रही है….., चलों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नया रायपुर में निर्माणाधीन तथा प्रस्तावित विधानसभा भवन, राजभवन, मुख्यमंत्री निवास, मंत्रिगणों,अधिकारियों के निवास तथा सर्किट हाऊस आदि के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है अब…. क्या छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ की तर्ज पर सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को रोकने का अनुरोध करेंगे….?       
भारत की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है उस पर 558.5 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है तो राज्यों को जीएसटी देने में भी केंद्र ना -नुकुर कर रहा है, ऐसे समय में 20 हजार करोड़ खर्च करके नया संसद भवन, राष्ट्रपति भवन , उपराष्ट्रपति निवास, मंत्रियों के आफिस बनाने सहित नया प्रधानमंत्री आवास बनाने का क्या तुक है..? राष्ट्रपति भवन अभी 350 एकड़ में बना है क्या वह राष्ट्रपति के लिए छोटा पड़ रहा है…? 12 एकड़ क्षेत्र में प्रधानमंत्री का लोक कल्याण मार्ग पर वर्तमान आवास है फिर राष्ट्रपति भवन के सामने 15 एकड़ क्षेत्र में नया प्रधानमंत्री आवास (महल) बनाने की क्या जरूरत थी……? 6 एकड़ में वर्तमान में संसद भवन है फिर नये भवन की क्या जरूरत पड़ गई थी….., नार्थ और साऊथ ब्लाक में मंत्रियों के कार्यालय है क्या वह छोटे पड़ रहे हैं….? इंडियागेट से राष्ट्रपति भवन तक 3 किलोमीटर क्षेत्र में खुदाई हो रही है नये भारत के निर्माण के लिए…… वहीं पुराने भारत में 4 लाख रोज कोरोना के मरीज मिल रहे हैं……! 4000 से अधिक प्रतिदिन मौतें हो रही है…..! नदियों में लाश बहाई जा रही है, कोरोना से मरे कई लोगों के लिए जेबीसी से कब्रें खोदी जा रही है…. केंद्र सरकार के मुखिया का कहना है कि नया भारत बनेगा पुरानी इमारतों को म्युजियम में बदला जाएगा….वैसे यह तो तय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कोई सवाल पूछ नहीं सकता है….. पत्रकारों से तो वे 7 सालों से बात नहीं कर सके हैं वहीं भाजपा के नेताओं की तो उनसे कुछ पूछने की हिम्मत ही नहीं है….।

सेण्ट्रल विस्टा और छग …..     

सेंट्रल विस्टा निर्माण कार्य की तुलना छग के नये रायपुर में निर्माण कार्य से करना बेमानी ही है। नया रायपुर में मुख्यमंत्री निवास, राजभवन का शिलान्यास 25 अक्टूबर 2019 में हो गया था तब तो दुनिया में कोरोना की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी पर सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने दिसंबर 2020 में किया था उस समय भारत में कोरोना की पहली लहर आ चुकी थी और दूसरी लहर की भी संभावना व्यक्त की जा रही थी, सर्वोच्च न्यायालय ने जनवरी 2021 में इसके निर्माण पर रोक हटाई तब तक तो दूसरी लहर भी दस्तक दे चुकी थी… खैर रायपुर की नई राजधानी नया रायपुर में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार 14000 करोड़ खर्च कर चुकी है फिर भी वहां बसाहट नहीं हुई, कई भवन खंडहर बनते जा रहे हैं तब वहां बसाहट हो इसके लिए भूपेश सरकार ने मात्र 500 करोड़ की ही योजना बनाई थी मुख्यमंत्री निवास जो डॉ. रमन सिंह सरकार ने 18 एकड़ में 81 करोड़ का बनाना प्रस्तावित किया था उसे भूपेश में 8 एकड़ में करना तय कर लागत भी 20 करोड़ कम करा दी थी खैर नागरिक प्राथमिकता के आधार पर भूपेश बघेल ने सभी निर्माण योजनाएं स्थगित कर दी है अब केंद्र सरकार की बारी है….?
छग में लॉक डाउन 31तक ….

छत्तीसगढ़ में सीमित साधनों से कोरोना महामारी का मुकाबला राज्य सरकार कर रही है,इलाज़, आक्सीजन, बेड, दवाइयों का संकट कुछ कम तो हुआ है वहीं कोरोना पॉजिटिव्ह मरीजों की संख्या भी कम हो रही है मौत का आंकड़ा भी कम हो रहा है यह सुखद है, हालांकि पूरे प्रदेश में अभी लॉकडाऊन लगा है, कुछ आंशिक छूट के साथ यह 31मई तक जारी रखा जाएगा…. दरअसल कुछ जिलों में खासकर शहरों में तो कोरोना पर कुछ नियंत्रण दिख रहा है पर ग्रामीण क्षेत्रों में इसके विस्तार की खबर आ रही है, फिर वहां स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। दूसरी बात यह है कि कोरोना का केवल वैक्सीन ही इलाज है और 18 से 44 साल की उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन की कमी भी प्रदेश में परिलक्षित हो रही है, अभी तक 5लाख लोगों को वेक्सीन लगाई जा चुकी है…राज्य सरकार ने आर्डर दिया है पर जुलाई माह तक की बड़ी मात्रा में इसकी आपूर्ति की संभावना है। तब तक कोरोना से निपटने तमाम सावधानियों का पालन करने में ही भलाई है।

डीएम/एसपी की तबादला सूची…

छत्तीसगढ़ में जिला कलेक्टरों सहित पुलिस कप्तानों की तबादला सूची का इंतजार 2-3 माह से हो रहा है, पहले असम विधानसभा चुनाव के कारण सूची जारी नही हो सकी,फिर छग में कोरोना की दूसरी लहर के चलते तबादला सूची रूक गई है…सूत्र कहते हैं कि मई माह में ही तबादला सूची जारी हो जाएगी जिसमें 10 कलेक्टर तथा करीब एक दर्जन एसपी प्रभावित हो सकते हैं। सूत्रों की मानें तो रायपुर दुर्ग, धमतरी, बिलासपुर, जगदलपुर, जांजगीर, सरगुजा,रायगढ़ राजनांद गांव आदि के कलेक्टर या पुलिस अधीक्षक बदले जा सकते हैं। वहीं बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक को भी बदलने की चर्चा तेज है। हाल ही में बस्तर के नक्सली हमले के मामले में सरकार उनसे नाखुश है वहीं कुछ जगह डीआईजी को कार्यवाहक आईजी भी बनाकर काम चलाया जा रहा है, एक आईजी को एडीजी बनाने की तैयारी है तो डीआईजी ओ पी पाल को आईजी बनाया जा रहा है, इधर परिवहन प्रभारी के लिये नाम लगभग तय होने के बाद भी पोस्टिंग नहीं होने वाले एक एसपी अब रायपुर के पुलिस कप्तान बनने की तैयारी में है। कुल मिलाकर कुछ कलेक्टर, एसपी, आईजी तथा कमिश्नर बदलने की पूरी संभावना है।

और अब बस……

0 17 मई को भूपेश बघेल सरकार के ढाई साल पूरे हो रहे हैं पर किसी तरह के नेतृत्व परिवर्तन की उम्मीद नहीं के बराबर है।
0 मोदी सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में शपथपत्र दिया है कि” कोविशील्ड “और “को वैक्सीन” के विकास और उत्पादन में एक भी पैसा नहीं दिया फिर वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र में मोदी की फोटो क्यों….।
0 छत्तीसगढ़ ही नहीं भारत में बृजमोहन अग्रवाल संभवत:पहले विधायक है जिन्होने स्वयं का कोरोना सेंटर शुरू किया है।
0 प्रधानमंत्री तो विपक्ष से बातचीत करने तैयार नहीं हैं वहीं छग के सी ऍम भूपेश बघेल से वर्चुवल बातचीत करने भाजपा नेता तैयार नहीं हैँ…..!

 

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