पश्चिमी उत्तर प्रदेश : राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख अजित सिंह का आज (6 मई) निधन हो गया। वह कुछ दिन पहले कोरोना से संक्रमित हो गए थे और गुरुग्राम के आर्टिमिस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनका अंतिम संस्कार गुरुग्राम में होगा या बागपत में, इस बारे में राकेश टिकैत और सरकार के बीच वार्ता चल रही है।
चौधरी साहब नहीं रहे!
🙏🏽 pic.twitter.com/7cnLkf0c6K— Jayant Singh (@jayantrld) May 6, 2021
रालोद के मुखिया और पूर्व केंद्रीय मंत्री 82 वर्ष के थे। जानकारी के अनुसार कोरोना के कारण उनके फेफड़ों में संक्रमण बढ़ गया था जिससे उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई थी और इसी के चलते उनका निधन हो गया।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे चौधरी अजित सिंह उत्तर प्रदेश के बागपत से सात बार सांसद रहे और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं। उनके निधन के बाद पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शोक की लहर है। अजित सिंह और उनके परिवार की जाट समाज में काफी पैठ रही है। पिछले दो लोकसभा चुनाव और 2 विधानसभा चुनाव के दौरान रालोद का ग्राफ तेजी से गिरा। यही वजह है कि वे अपने गढ़ बागपत से भी लोकसभा चुनाव हार गए। हालांकि किसान आंदोलन के बाद से अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी एक बार फिर पश्चिमी यूपी में अपनी धाक जमाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
दो दिन से आर्टिमिस में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे अजित सिंह…
आरएलडी के मुखिया चौधरी अजित सिंह बीते 22 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे। इसके बाद से ही धीरे-धीरे उनके फेफड़ों में संक्रमण बढ़ता चला गया। मंगलवार(4 मई) को जब उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई तो उन्हें गुरुग्राम के आर्टिमिस अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह बीते दो दिन से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चौधरी अजित सिंह को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे। उन्होंने केंद्र में कई विभागों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!’
जयंत चौधरी ने ट्वीट कर दी जानकारी, पिता को दी श्रद्धांजलि
जयंत चौधरी ने अपने ट्वीट में लिखा, चौधरी अजीत सिंह 20 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाए गए थे और आज प्रातः 6 मई को उन्होंने अंतिम सांस ली। असीम दुख की घड़ी है। अंतिम समय तक भी चौधरी साहब संघर्ष करते रहे। जीवन पथ पर चलते हुए चौधरी साहब को बहुत लोगों का साथ मिला। ये रिश्ते चौधरी साहब के लिए हमेशा प्रिय थे। चौधरी साहब ने आप सबको अपना परिवार माना और आप ही के लिए हमेशा चिंता की। आज इस दुख व महामारी के काल में हमारी आप से प्रार्थना है कि अपना पूरा ध्यान रखें, संभव हो तो अपने घर पर रहें और सावधानी जरूर बरतें। इससे देश की सेवा कर रहे डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी मदद मिलेगी और ये ही चौधरी साहब को आपकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। हम इस महामारी से जूझ रहे सभी परिवारों के प्रति अपनी भावपूर्ण संवेदना करते हैं।