बिप्लब् कुण्डू, पखांजुर : कंपनी के खराब मक्का बीज से किसानों के कई एकड़ फसल बर्बाद । जल्द उचित मुआवज़ा न मिलने पर करेंगे FIR ।पखांजुर जहाँ एक ओर आज इस कोरोना काल में सरकार और प्रशासन गरीब किसानों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से घर-घर जाकर राशन पहुंचा रहे है वही दूसरी ओर परलकोट क्षेत्र में एक मक्का बीज कंपनी द्वारा किसानों को अधिक पैदावार के नाम पे छला गया हैं
जिससे अब कई किसानों के सामने भुखमरी की नौबत आन पड़ी हैं । किसान साहेब रॉय ने बताया कि तीन माह पहले हाईटेक कंपनी के 5106 मक्का बीज परलकोट क्षेत्र में विक्रय हेतु विभिन्न डीलरों तक पहुँची जहाँ बड़े-बड़े विज्ञापनों और प्रति पैकेट 25 क्विंटल मक्का के पैदावार के वादे के साथ भोले-भाले ग्रामीण किसानों को यह बीज पैकेट बेचे गए । किसानों ने विश्वास के साथ सैकड़ो एकड़ खेतों में इस मक्के के बीज को बो दिया परंतु जब फसल पकने का समय आया तो मक्के के बीज अंकुरित होकर नष्ट होने लगे और देखते ही देखते सैकड़ो एकड़ खेतों में किसानों के अथक परिश्रम मिट्टी में मिल गए ।
जब किसानों द्वारा शिकायत की गयी तो अधिकारी पहुँचे । पहले तो कंपनी ने किसानों को किसी भी प्रकार के मुआवजे देने से साफ इंकार कर दिया, परंतु जब किसानों द्वारा कंपनी के खिलाफ आवाज़ बुलंद किया गया तो कंपनी के कुछ नुमाइंदे किसानों की मदद करने के नाम पे प्रति पैकेट सिर्फ 15 क्विंटल मक्का लेने की बात कही जिसे किसानों ने ठुकरा दिया। किसानों का कहना है कि उन्हें कंपनी द्वारा प्रति पैकेट 25 क्विंटल के हिसाब से ही मुआवज़ा मिलना चाहिए । कोरोना के कहर से जहाँ लोगों को रोजगार की समस्या आन पड़ी है ऐसे में इन गरीब किसानों के फसल बर्बाद हो जाने से उनके पूरे परिवार के सामने अब भुखमरी की स्थिति आ चुकी हैं , किसानों ने कहा है कि उन्होंने बैंकों से लोन और लोगों से उधार लेकर फसल किया था और अब फसल बर्बाद होने के चलते उनके सामने आत्महत्या के अलावा और कोई रास्ता नही बचा हैं । किसानों ने जल्द मुआवज़ा न मिलने पर कंपनी के खिलाफ FIR करने की बात भी कही है । अब ये देखना लाज़मी होगा कि किसानों के हित में कई वादे करने वाली प्रदेश सरकार इन किसानों के हक़ के लिए कितनी तत्परता से कार्यवाही करती हैं या फ़िर कंपनी इन किसानों के हक़ को अपने रुतबे तले कुचल देती है ।