जम्मू : छत्तीसगढ़ के बीजापुर से नक्सलियों के चंगुल से छूटे कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास शुक्रवार को जम्मू पहुंचे। एयरपोर्ट पर उनके स्वागत की जोरदार तैयारियां की गई थी। ढोल-नगाड़े के साथ स्वागत कर उन्हें बरनाई स्थित आवास तक ले जाया गया। उनके साथ रिहाई में अहम भूमिका निभाने वाले दस में से छह सदस्य भी मौजूद रहे। वहीं जम्मू स्थित कांगरा फोर्ट में भी राकेश्वर के लौटने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
पत्नी और बेटी,पूरे परिवार ने किया छत्तीसगढ़ सरकार का धन्यवाद
वही राकेश्वर की मां, पत्नी व बच्ची भी एयरपोर्ट पर उन्हें लेने के लिए पहुंची थी। राकेश्वर को ठीक देखकर हर किसी की आंखें खुशी से नम दिखी। तिलक लगाकर और हार पहनाकर राकेश्वर का स्वागत किया गया।
बता दें कि 3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों पर हमला कर नक्सलियों ने राकेश्वर सिंह मनहास को बंधक बना लिया था। इस हमले में 22 सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए थे और कई कर्मी घायल हो गए थे।
कोबरा कमांडो राकेश्वर के परिवार के सभी सदस्य वीरवार को दिनभर पूजा-अर्चना में जुटे रहे। सभी ने उनके सकुशल घर वापसी की कामना की। कोबरा कमांडो के घर पहुंचने से पहले ही गांव में उत्साह का माहौल है। रिश्तेदार वीरवार की शाम से ही पहुंचना शुरू हो गए
परिवार का हर सदस्य और गांव वाले स्वागत की तैयारी में हैं। एयरपोर्ट पर परिवार वालों, गांव वालों, रिश्तेदारों के साथ ही सीआरपीएफ के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। एयरपोर्ट से उन्हें बरनाई में स्थित एक रिजॉर्ट में ले जाया जाएगा, जहां स्वागत कार्यक्रम रखा गया है।
मां बोलीं-बेटे को सामने देख आंखों को मिली ठंडक
मां कुंती देवी ने कहा कि जैसे-जैसे बेटे के घर आने का समय नजदीक आता जा रहा था वैस-वैसे उन्हें एक घंटा भी एक दिन के बराबर लग रहा है। आज बेटे को अपने सामने देखकर आंखों को ठंडक पहुंच गई है। पत्नी मीनू मन्हास तथा बेटी सारघ्वी भी खुश है।