वाशिंगटन : क्रिकेट और फुटबॉल मैच देखना हो या स्कूल जाना और या फिर कुछ खास देशों की यात्रा, आने वाले दिनों इन सब कामों के लिए ‘कोरोना पासपोर्ट’ नामक दस्तावेज सभी को अपने पास रखने का नियम लागू किया जा सकता है। अमेरिका में इसकी शुरुआती होती नजर आ रही है। यह कोरोना पासपोर्ट दरअसल कोविड-19 टीकाकरण का सर्टिफिकेट या फिर कोविड-19 नैगैटिव होने की जांच रिपोर्ट हो सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार दुनिया भर में इस प्रकार के सर्टिफिकेट पर काम शुरू हो चुका है। अमेरिका में कई मंत्रियों ने इसकी वकालत की है। उनका मानना है कि इससे स्कूलों से लेकर व्यापारिक व कारोबारी प्रतिष्ठान फिर से पूरी तरह शुरू करने में मदद मिलेगी। शॉपिंग स्टोर पर कस्टमर लौटेंगे और स्कूलों में विद्यार्थी। इससे कोरोनो को फैलने से रोकने में भी मदद मिलेगी।
कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर जो रोक लगाई है, उससे खत्म करने का तर्क बाकी देशों को मिलेगा। ऐसे ही टीकाकरण का सर्टिफिकेट यलो फीवर व पोलियो के लिए कई देश पहले से मांगते रहे हैं।
लेकिन विरोधियों ने कहा…
दूसरी ओर कोरोना पासपोर्ट की अनिवार्यता को लेकर कई प्रश्न उठाए जा रहे हैं। अमेरिका में रिपब्लिकन गवर्नरों के अधीन आने वाले कुछ राज्यों में ऐसे आदेश जारी किए गए हैं, जिनमें किसी से टीकाकरण का साक्ष्य मांगना अपराध माना गया है। इसे निजता और लोगों की सुरक्षा का मुद्दा भी माना जा रहा है।