नई दिल्ली : अमेरिकी नौसेना की ओर से भारत के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन में एक ऑपरेशन की खबर है। अमेरिका की नौसेना ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। अमेरिकी नौसेना ने बताया कि यूएसएस जॉन पॉल जोन्स (डीडीजी 53) ने लक्षद्वीप समूह के लगभग 130 समुद्री मील पश्चिम में किया गया है।
यूएस नेवी ने कहा कि अतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप भारत की पूर्व सहमति के अनुरोध के बिना ही यह आपरेशन किया गया है। यह अमेरिकी ऑपरेशन भारत की मैरीटाइम सिक्योरिटी पॉलिसी के खिलाफ है। अमेरिकी नौसेना की सातवीं फ्लीट उसका सबसे बड़ा बेड़ा है।
USS John Paul Jones (DDG 53) asserted navigational rights and freedoms approximately 130 nautical miles west of the Lakshadweep Islands, inside India’s exclusive economic zone, without requesting India’s prior consent, consistent with international law: US Navy
— ANI (@ANI) April 9, 2021
एक अधिकारी ने कहा कि किसी भी तटीय देश की एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन की सीमा समुद्र तट से 200 नॉटिकल मील यानी 370 किमी की दूरी तक होती है। ऐसे में इस क्षेत्र में किसी सैन्य गतिविधि के लिए भारत की इजाजत की जरूरत होती है। बता दें कि इस तरह की हरकत अंडमान निकोबार में साल 2019 में चीनी जहाज द्वारा की गई थी।
बता दें कि अब तक इस मामले में नौसेना और विदेश मंत्रालय से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। हालांकि अमेरिकी नौसेना की ओर से कहा गया है कि हम रूटीन और नियमित तौर पर फ्रीडम ऑफ नेविगेशन ऑपरेशन करते हैं। अमेरिकी नौसेना की ओर से कहा गया कि हमने पहले भी ऐसा किया है और भविष्य में भी ऐसा करते रहेंगे।