कोलकता : भाजपा और तृणमूल की धुआंधार रैलियों से साफ होता जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव मोदी बनाम दीदी की लड़ाई में तब्दील हो चुके हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत दिग्गज नेताओं व मंत्रियों की धुआंधार रैलियां तो दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की रोज दर्जनों सभाओं में तीखे वार-पलटवार।इससे साफ है कि राज्य में भाजपा व तृणमूल के बीच नाक की लड़ाई छिड़ी हुई है तो दूसरी तरफ देश की पुरानी पार्टी कांग्रेस स्थानीय नेताओं के भरोसे रहकर लड़ाई में नजर तक नहीं आ रही है। हाल यह है कि अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने रैलियां तक नहीं की हैं।
कोलकाता, हावड़ा, हुगली सहित तमाम शहरों में दीवारों पर लिखे नारे तृणमूल और भाजपा की लड़ाई के सूक्ति वाक्य को साफ जाहिर करते दिखते हैं। तृणमूल ने ‘बांग्ला निजेर मेय के चाय’ यानी बांग्ला अपनी बेटी को चाहता है…के पोस्टरों से दीवारें पाटी हैं तो भाजपा ‘बंगाल में पोरिबोर्तन’ यानी परिवर्तन के पोस्टरों के जरिए सोनार बांग्ला यानी सोने के बंगाल का स्वप्न दिखा रही है।
केरल के लिए कांग्रेस ने की बंगाल की अनदेखी
केरल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वामदलों से मुकाबला है, लेकिन पश्चिम बंगाल में पार्टी ने वामदलों के साथ गठजोड़ किया है। पार्टी की ओर से यहां 92 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए गए हैं। जानकारों के अनुसार, यही कारण है कि गांधी परिवार की ओर से अभी तक यहां कोई रैली नहीं की गई है। राहुल गांधी लगातार असम और दक्षिण पर फोकस कर रहे हैं तो प्रियंका गांधी असम और यूपी पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।
मुर्शिदाबाद, मालदा में गांधी परिवार की रैली संभव
कांग्रेस के एक स्थानीय नेता ने बताया कि ऐसा नहीं कि बंगाल की अनदेखी हो रही हैं। राहुल व प्रियंका गांधी में किसी एक नेता की रैली मालदा, मुर्शिदाबाद व उत्तर दिनाजपुर में होंगी। ये जिले कांग्रेस के गढ़ माने जाते रहे हैं। 2016 के चुनाव में इन क्षेत्रों में टीएमसी का प्रदर्शन खराब था। लेकिन इन क्षेत्रों में भी गांधी परिवार के किसी भी सदस्य का अभी तक कोई कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है। बंगाल की राजनीति में शक्ति प्रदर्शन के लिए हमेशा से ब्रिगेड परेड ग्राउंड का महत्व रहा है। लेकिन यहां आयोजित संयुक्त मोर्चे की सभा में भी राहुल गांधी नदारद थे।
राहुल की रैलियों की तारीख तय नहीं…
इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के कोषाध्यक्ष संतोष पाठक ने बताया, राहुल गांधी की बंगाल में रैलियों की तारीख अभी तय नहीं की गई है। जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका पश्चिम बंगाल में पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करने के लिए आएंगे।
27 को पहले दौर की वोटिंग…
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब महज तीन दिन शेष रह गए हैं। 27 मार्च को पहले चरण का मतदान होना है। 294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में पांच जिलों के 30 विधानसभा (पुरुलिया, प. मेदिनीपुर, बांकुड़ा, पूर्व मेदिनीपुर और झारग्राम) क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे।