तीरथ सिंह रावत का विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक का सफर

देहरादून : गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के नौवें मुख्यमंत्री होंगे। बुधवार की सुबह विधानमंडल की बैठक में तीरथ सिंह के नाम पर मुहर लगाई गई है।
आज शाम को 4:00 बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा। पूरे मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण आज ही होगा। विभागों का बंटवारा भी आज भी किया जाएगा। बताया गया कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीरथ सिंह रावत का नाम प्रस्तावित किया था। जिस पर पार्टी के सभी नेताओं ने अपना समर्थन दिया।
राज्य के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत 2000 में उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे। इसके बाद 2007 में उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए थे। यह उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं।

वर्तमान में तीरथ सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के साथ साथ गढ़वाल लोकसभा से सांसद भी हैं। पौड़ी सीट से भाजपा के उम्मीदवार के अतिरिक्त 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रभारी भी बनाया गया था।

उनका जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के असवालस्यूं के सीरों गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम कलम सिंह रावत है। तीरथ साल 1997 में यूपी से विधायक चुने गए थे। तब यूपी-उत्तराखंड का बंटवारा नहीं हुआ था।

तीथ सिंह ने पौड़ी सीट से 17 वें लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी बनाए गए थे, जिसमें वे भारी मतों से विजयी हुए थे। इन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी को ढाई लाख से अधिक मतों से हराया था।

जनपद पौड़ी से तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के पांचवें सीएम बने हैं। इसके बाद एक बार फिर प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर पौड़ी जिले की धमक देखने को मिली है।

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