भोपाल: महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश कोरोना के सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में पांचवें नंबर पर है। झीलों की नगरी भोपाल में कोरोना से 15 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है, जबकि शहर में 508 लोग संक्रमित हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि मृतकों में 13 ऐसे लोग हैं, जो 1984 की भोपाल गैस त्रासदी में बच गए थे।
भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा ने भीषण गैस त्रासदी से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए काम कर रहे संगठनों के हवाले यह जानकारी दी। रचना ने बताया जिले में संक्रमण बढ़ता जा रहा है और गैस त्रासदी में बचे लोगों को कोरोना बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।
रचना का कहना है कि इस बाबत हमने 21 मार्च को ही राज्य सरकार को आगाह कर दिया था। बावजूद सरकार ने गैस त्रासदी से प्रभावित लोगों की ओर ध्यान नहीं दिया। अगर इन लोगों का विशेष ध्यान नहीं दिया गया तो ये मारे जा सकते हैं। क्योंकि इनमें से अधिकतर लोग किडनी, फेफड़े और दिल की बीमारियों से जूझ रहे हैं और दुनियाभर में कोरोना से ऐसे ही लोगों की अधिक मौत हुई है।