मक्के के बीज में अंकुरण,पूरी फसल खराब किसानों ने की कम्पनी से मुआवजे की मांग

बिप्लब कुण्डू,पखांजुर : पखांजूर कापसी क्षेत्र केे सैकड़ों वे किसान जिन्होनं हाईटेक कम्पनी का 5106 बीज लगाया था उनकी मक्के की फसल आने के बाद बीज में अंकुरण आ गया एसे में फकी मक्के की पूरी फसल ही खराब हो गई और किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

कोरोना संकट के चलते पहले की मक्के का रेट गिर गया है एसे में इन किसानों की नई समस्या ने उन्हें और परेशान कर दिया है। किसानों का आरोप है की जिन्होनंे इस कम्पनी के बीज को लगया था उन्हीं किसानो को यह समस्या आई है एसे में किसान बीज खराब होने का आरोप लगाते हुए कम्पनी से मुआवजे की मांग की है।

क्षेत्र में हर वर्ष किसनों की फसल खराब होने की शिकायत आती है हर वर्ष क्षेत्र में सैकड़ो नई कम्पनी हाईब्रीड बीज ले कर आती है और किसानों को अच्छी फसल के सपने दिख बेच जाती है पर जब वही फसल खराब हो जाती है तो किसानों की ही गलती बता कम्पनी मामले को रफ दफा कर देती है। इस वर्ष कापसी क्षेत्र के किसान नई कम्पनी के चक्कर में आ नुकसान उठा रहे है।

किसानों का आरोप है की जिन किसानों ने हाईब्रीड़ कम्पनी का 5106 बीज लगाया था उन किसानों की जब फसल आई तो उनके मक्के में खडी फसल में ही अंकुरण आ गया एसे में हर मक्के में करीब 50 से 100 बीज में अंकुरण आ गया है जिससे उनका पूरा मक्का ही खराब हो गया। परेशान किसानों ने इसकी शिकायत कम्पनी के स्थानिय अधिकारियों से भी की है

लाकडाउन खुलने के बाद बड़े अधिकारियों के आने के बाद मामला सुलझाने का आश्वास दिया गया है। किसान आलोक चैधरी, जगन्नाथ रविदास, संजीव विश्वास, आशीष मंडल, धनश्याम सिंह आदि ने बताया की आलोर क्षेत्र में लगभग सौ से अधिक किसानों ने इस कम्पनी के इस बीज को लगाया है और लगभग सभी किसानों को यही समस्या आई है।

इस वर्ष यह कम्पनी नया बीज ले कर आई थी और अन्य कम्पनियों के बीज की अपेक्षा यह बीज काफी सस्ता था। और इसी चक्कर में बड़ी संख्या में किसानों ने इस बीज को लिया पर अब तो यह सस्ता बीज ही काफी मंहगा पड़ गया है।

फसल आने के बाद सारे फल में अंकुरण हो गया है एसे में कोई भी उनका मक्का लेने को तैयार नही है। लगभग सभी किसानों ने पूरा खर्च कर दिया और फसल आई तो उनके हाथ कुछ नहीं लगा। कम्पनी के क्षेत्रिय प्रबंधक सूरज यादव ने बताया की यह शिकायत केवल कापसी क्षेत्र के कुछ किसानों की फसल में आई है उनका यह मक्का केवल सौ दिन में तैयार होने वाली वेरायटी है पर किसानों ने लम्बे समय तक फसल में पानी देते रहे शायद इस कारण यह समस्या आई होगी। कृषि विभाग के एसएडीओ कोयलीबेड़ा फनी भूषण साहा ने बताया की किसान इसकी शिकायत विभाग में करे बीज की जांच कराई जाएगी अगर बीज में कोई समस्या रही तो किसानों को पूरा मुआवजा दिलाया जाएगा।

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