युवाओं का असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मोदी सरकार का हतकण्डा है CAA और NRC : सुवेग राठी

युवा कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर सुवेग राठी, राष्ट्रीय सचिव मनीष चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह ने की प्रेसवार्ता। 

लखनऊ । भारतीय युवा कांग्रेस ने लगातार बढ़ रही बेरोजगारी के मुद्दे को उठाते हुए “राष्ट्रीय बेरोजगारी रजिस्टर (एनआरयू)” बनाने की मांग करते हुए एक अभियान “यंग इंडिया के बोल” की शुरुआत की है और इसके तहत मिस्ड कॉल के लिए एक नंबर 8151994411 भी जारी किया है। इसको लेकर युवा कांग्रेस देशभर के युवाओं के बीच यह अभियान चला रही है। युवा कांग्रेस का प्रयास है कि युवाओं की आवाज उठे उनकी आवाज को ताकत मिले । 

जिसे लेकर उत्तरप्रदेश युवा कांग्रेस “यंग इंडिया के बोल 2020 व राष्ट्रीय बेरोजगारी रजिस्टर (एनआरयू)” कार्यक्रम आज से प्रदेश में प्रारंभ कर रही है, युवा कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर सुवेग राठी, राष्ट्रीय सचिव मनीष चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि “राष्ट्रीय बेरोजगार रजिस्टर (NRU)” की अविलम्ब माँग को लेकर भारतीय युवा काँग्रेस द्वारा “यंग इंडिया के बोल 2020” नाम से अखिल भारतीय स्तर पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है देश के ऊर्जावान, सक्षम एवं अच्छे युवा वक्ताओं को जिला, प्रदेश व राष्ट्रीय मंच पर एक अवसर प्रदान करना जिसके द्वारा वे अपनी अभिव्यक्ति के माध्यम से देश के नई पीढ़ी को सहभागी लोकतंत्र के मार्ग पर चलने हेतु प्रेरित कर सकें। इस प्रकार, उपर्युक्त भाषण प्रतियोगिता के जरिए भारतीय युवा काँग्रेस देश भर के युवाओं का आह्वान करती है कि आप “बेरोजगारी” शीर्षक पर भाषण के जरिए अपना विचार प्रस्तुत करें। चयनित प्रतिभागियों को युवा काँग्रेस की आवाज़ बनने का अवसर प्रदान किया जाएगा।

युवा कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर सुवेग राठी, राष्ट्रीय सचिव मनीष चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह ने इस अभियान की उत्तरप्रदेश में शुरुआत करते हुए भाजपा की केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि बेरोजगारी और युवाओं की आत्महत्या से ध्यान भटकाने के लिए मोदी सरकार अनुच्छेद 370, सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दों को उछाल रही है।

देश में बेरोजगारी 45 वर्षों में सबसे ज्यादा है और मंदी का माहौल है। रोजाना 36 युवा आत्महत्या कर रहे हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश में जाकर ‘सब चंगा सी बोलते हैं। जबकि हकीकत में सब चंगा नहीं, सब मंदा है।’ देश की यह मंदी वैश्विक कारणों से नहीं आई है। यह मेड इन इंडिया मंदी है, मोदी सरकार द्वारा पैदा की गई मंदी है।

युवा कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर सुवेग राठी, राष्ट्रीय सचिव मनीष चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह ने यह भी कहा कि देश में बेरोजगारी के मामले में सर्वोच्च 3 स्थानों पर भाजपा शासित 1. त्रिपुरा 32%, 2. हरियाणा 20.8%, 3. हिमाचल प्रदेश 16.8% है। वही उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अजय सिंह बिष्ट की सरकार में भी पिछले 2 सालों में 12.50 लाख से भी ज्यादा शिक्षित बेरोजगार बड़े है और राष्ट्रीय औसत बेरोजगारी दर से भी ज्यादा है उत्तर प्रदेश की बेरोजगारी दर यहां लाकर खड़ा कर दिया भाजपा सरकार ने।

युवा कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर सुवेग राठी, राष्ट्रीय सचिव मनीष चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन उसके पास कोई आंकड़ा नहीं है। नौकरी की बात करने पर प्रधानमंत्री पकौड़ा तलने की सलाह देते हैं। उन्होंने कहा, हमारी मांग है कि देश को एनआरसी की जरूरत नहीं, बल्कि एनआरयू की जरूरत है। सरकार को यह बताना चाहिए कि उसने छह वर्षों में कितने युवाओं को नौकरी दी और आगे कैसे बेरोजगारी दूर करेगी।

युवा कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर सुवेग राठी, राष्ट्रीय सचिव मनीष चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह ने यह आरोप भी लगाया कि एक क्रिकेटर के अंगूठे में चोट लगने पर प्रधानमंत्री ट्वीट करते हैं, लेकिन बेरोजगारी से परेशान युवाओं और आंदोलन कर रहे लोगों के बारे में उनका कोई ट्वीट नहीं आ रहा है।

मोदी सरकार जीडीपी पर ध्यान देने की बजाय सीएए-एनआरसी पर भटकाने का प्रयास कर रही है और इसीलिए युवा आवाज उठा रहे कि हमें एनआरसी नहीं बल्कि एनआरयू चाहिए। एनआरयू की मांग भारत में बेरोजगारी की विकट स्थिति के जवाब में है, जो 45 वर्षो में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। मिस्ड कॉल के जरिए बेरोजगार युवा एनआरयू की मांग के प्रति अपना समर्थन देंगे और कुछ हफ्ते के बाद हमारे पास आए मिस्ड कॉल का आंकड़ा सरकार को देंगे और दबाव बनाएंगे कि वह एनआरयू तैयार करे। असल मुद्दों से लोगों का ध्यान का भटकाने की कोशिश हो रही है। युवा कांग्रेस लोगों का ध्यान असल मुद्दों की तरफ लाने की कोशिश में है।

युवा कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर सुवेग राठी, राष्ट्रीय सचिव मनीष चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने युवाओं को 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था लेकिन 2 करोड़ रोजगार तो दूर इन्होंने तो 3.64 करोड़ रोजगार छीनने का काम किया है, रोजगार को लेकर अब एक आम बात यह हो गई है कि जैसे जैसे बीजेपी का बैंक बैलेंस बढ़ता जा रहा है, वैसे वैसे रोजगार घटता जा रहा है। OECD आर्थिक सर्वे के अनुसार भारत में महिलाओं और पुरुषों की रोजगार दर में सबसे बड़ा अंतर (52 प्रतिशत) है। तुर्की अगले 37 प्रतिशत के अंतर के साथ आता है। स्वीडन और नॉर्वे पांच प्रतिशत से कम अंतर के साथ श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ हैं। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि ग्रामीण भारत में बेरोजगारी की दर कम है और इसका देश की समूची बेरोजगारी पर बड़ा असर है हालांकि गांवों में जो रोजगार है उसका स्तर भी बहुत खराब है रिपोर्ट के अनुसार शहरों में शिक्षित युवाओं की बेरोजगारी दर उच्चतम स्तर पर है वही 20 से 24 साल के युवाओं में बेरोजगारी की औसत दर साल 2019 में 63.4 फीसदी तक पहुंच गई है। रिपोर्ट के अनुसार 20 से 19 साल के ग्रेजुएट युवाओं में बेरोजगारी 42.8 पहुंच गई है जो भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है वहीं सभी उम्र के स्नातकों के लिए औषध बेरोजगारी दर 18.5 पीस दी पहुंच गई है जो उसका उच्चतर स्तर है इसी तरह का हाल पोस्टग्रेजुएट के लिए भी है लेकिन 2016 के बाद से यह खराब नहीं है जब वह 24.6 प्रतिशत था। आज शहरी क्षेत्र में बेरोजगारी दर 9.6% है , जो मोदी सरकार की विफलता का स्मारक है।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर राहुल मिश्रा, अब्दुल्ला मोहम्मद, सुरेंद्र बदरवाल, सुचि विश्वास, मोहम्मद तौहीद, वंदना सिंह, शिवेंद्र पांडेय, शिवम त्रिपाठी सहित कई युवा कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थे।

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