बीजिंग : चीन ने नए एप क्लब हाउस को ब्लॉक कर दिया है। ये एप पिछले एक हफ्ते में चीन में तेजी से लोकप्रिय हुआ था। बताया जाता है कि ये एप खासकर हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं, शिनजियांग प्रांत में उइघुर मुस्लिम कार्यकर्ताओं और ताइवान की आजादी के समर्थक गुटों से जुड़े कार्यकर्ताओं में लोकप्रिय हुआ था।
यह एप लाइव ऑडियो चैटरूम मुहैया कराता है। इसे तभी कोई यूजर ज्वाइन कर सकता है, अगर उसे इसके लिए किसी अन्य यूजर से इनविटेशन मिला हो। ये अमेरिका के सैन-फ्रैंसिस्को में स्थित एक स्टार्ट अप कंपनी ने तैयार किया है। पहले बताया गया था कि चीनी अधिकारी अभी इस एप की निगरानी करने में सक्षम नहीं हैं। इसलिए इस एप पर सेंसरशिप की चिंता से मुक्त रहते हुए चैटिंग की जा सकती थी।
शंघाई की वेबसाइट सिक्स्थ टोन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक लोग मंहगी कीमत चुका कर क्लबहाउस ज्वाइन करने के लिए इनविटेशन कोड खरीद रहे थे। इस बारे में चीन की माइक्रो ब्लॉगिंग साइट वीबो पर भी चर्चा हुई। इसको लेकर चले हैशटैग को एक करोड़ से अधिक लोगों ने देखा। रिपोर्ट के मुताबिक ई-कॉमर्स साइट ताओबाओ और उससे जुड़े प्लैटफॉर्म शियायू पर क्लबहाउस पर इनविटेशन कोड 60 से 700 युवान यानी नौ से 108 डॉलर तक में बिके।
एलन मस्क की मेहरबानी से मालामाल हुआ क्लबहाउस…
सैन फ्रांसिस्को की कंपनी ने ये एप पिछले साल अप्रैल में एपल के आईओएस पर लॉन्च किया था। पिछली 31 जनवरी को अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इस पर अपना चैटरूम खोला। उसके बाद से इसकी मांग तेजी से बढ़ी। क्लबहाउस की निर्माता कंपनी की कीमत अब एक अरब डॉलर आंकी जा रही है। मस्क ने चैटरूम पर 90 मिनट तक अपने निजी रूटीन और अपनी कार कंपनी टेस्ला के भविष्य के बारे में बातचीत की। उसके बाद से हजारों यूजर्स ने क्लबहाउस पर अपने चैटरूम शुरू कर दिए हैं।
फिलहाल, क्लबहाउस पर खुद को रजिस्टर करने के लिए चीन के यूजर्स को अमेरिकी एप स्टोर पर जाना पड़ रहा था। वहां अपने फोन नंबर को रजिस्टर करने के बाद ही वे इनवाइट हासिल कर सकते थे। लेकिन चीन के बाहर के भी आम यूजर्स को इसके लिए कतार में रह कर लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। इसका विकल्प यह है कि कोई पुराना यूजर इनवाइट भेजे। हर यूजर को दो इनवाइट भेजने का अवसर ये चैटरूम देता है।
चीन में फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया एप पहले से प्रतिबंधित हैं। लेकिन क्लबहाउस पर सेंसरशिप लागू करने में चीनी अधिकारी कामयाब नहीं हुए। उसके बाद उन्होंने इसे ब्लॉक करने का फैसला किया। अब चीन में इस एप को खोलने पर बिना वीपीएन वाले यूजर्स के सामने एरर नोटिस आ रहा है। उनसे सिक्योर कनेक्शन कायम करने को कहा जा रहा है। इस एप के एक यूजर ने टोक्यो के अखबार जापान टाइम्स से कहा- मैंने कई चैट रूम्स में चीन के लिए संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा सुनी। तभी मैं समझ गया था कि इसका ज्यादा लंबे समय तक चीन में इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।
वेबसाइट सिक्स्थ टोन से भी एक यूजर ने कहा कि क्लबहाउस पर जिस तरह के विषयों की चर्चा हो रही थी, उसे देख कर उसे हैरत हुई। उस यूजर ने कहा- मुझे लगा कि ये एप चीनी के बाजार में नहीं चल सकेगा। यह जल्द ही गायब हो जाएगा।
एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में क्लबहाउस के 20 लाख से ज्यादा यूजर हो चुके हैं। सिक्स्थ टोन की रिपोर्ट के मुताबिक हालांकि इसकी लोकप्रियता चीन में तेजी से बढ़ी, लेकिन यूजर्स के लिए इसे ज्वाइन करना सामान्य से अधिक कठिन बना रहा। उन्हें टेक्स्ट मैसेज वेरिफिकेशन कोड पाने हासिल करने में दिक्कत होती रही। अब आखिरकार इस पर रोक लग गई है।