मेरठ : मेरठ में भावनपुर थाना क्षेत्र के गांव पचगांव अमर सिंह पट्टी में हापुड़ निवासी एक युवक की ससुराल में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची युवक की मां व परिजनों ने जलती चिता से बेटे का शव निकालकर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस के अनुसार हापुड़ के गांव नंगलाबढ़ निवासी पुष्पेंद्र (30 वर्ष) पुत्र कंवर पाल मजदूर था। उसकी शादी जून 2012 में रीना पुत्री बिल्लू निवासी गांव पचगांव पट्टी अमर सिंह से हुई थी। दंपती से तीन बच्चे हैं। पुष्पेंद्र दो माह से ससुराल में रह रहा था। काफी दिनों से पुष्पेंद्र बीमार था।
शुक्रवार शाम पुष्पेंद्र के साले राहुल की सूचना पर पुष्पेंद्र के परिजन हापुड़ से गांव पहुंचे तो पुष्पेंद्र की मौत हो चुकी थी। जिसके बाद दोनों पक्षों में झड़प शुरू हो गई। इसी बीच गांव के लोग पुष्पेंद्र के शव को चारपाई पर लेकर गांव के ही श्मशान घाट पहुंच गए। जहां पहले से चिता तैयार थी। जिस पर जाते ही शव को चिता पर रखकर आग के हवाले कर दिया गया।
इस बीच पता चलने पर पुष्पेंद्र की मां बीना परिजनों के साथ श्मशान घाट पहुंची और शव को जलती चिता से खींचकर बाहर निकाला। इस दौरान महिला का हाथ मामूली रूप से झुलस गया।
लेनदेन में हत्या का आरोप
मां बीना ने बताया कि पुष्पेंद्र के गले पर निशान था। वहीं, पिता कंवर पाल ने बताया कि चार साल पहले पुष्पेंद्र के साले ने बेटे से शादी के लिए एक लाख रुपये उधार लिए थे, इसी के चल रहे विवाद में बेटे की हत्या कर शव जलाने का प्रयास किया गया। भावनपुर इंस्पेक्टर रघुराज सिंह के अनुसार रीना ने पूछताछ में बताया कि बीमारी से तंग आकर उसके पति ने फांसी लगा ली थी।