नई दिल्ली : दिल्ली की सीमाओं पर तमाम परेशानियां झेलते हुए आज किसानों का आंदोलन 26वें दिन में प्रवेश कर चुका है। इसके साथ ही किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने के लिए नई रणनीतियों की घोषणा कर दी है। किसानों ने बताया है कि आज यानी सोमवार से हर रोज 11 किसान 24 घंटे के भूख हड़ताल पर रहेंगे। जब उनका उपवास खत्म होगा तो अन्य 11 लोग हड़ताल पर बैठ जाएंगे इस तरह यह चेन चलती रहेगी। इसके साथ ही आगे जाकर टोल प्लाजा फ्री करना और थाली बजाने जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में हिमाचल प्रदेश के भी करीब 100 किसान शामिल हुए हैं। इन किसानों के संगठन (टावर लाइन शोषित जागरुकता मंच हिमाचल प्रदेश) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रजनीश वर्मा का आरोप है कि एक निजी कंपनी ने( रिलायंस) हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से लेकर पंजाब के लुधियाना तक अनाधिकृत बिजली के टावर लगाए हैं। यह टावर बिना लोगों की अनुमति के गैरकानूनी तरीके से लगाए गए हैं। जिन किसानों की जमीन पर टावर लगे हैं, उनको इसका मुआवजा भी नहीं दिया गया है। इस मामले में अलग-अलग लोगों ने निजी कंपनी के खिलाफ करीब 15 एफआईआर दर्ज करवाई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वी. हेम सिंह कल करेंगे अंबानी के घर का घेराव
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वी. हेम सिंह मंगलवार को मुंबई में अंबानी के घर का घेराव करेंगे। इस बीच उद्योगपति अंबानी से किसानों के समर्थन में कॉर्पोरेट को वापस बैक आउट करने की मांग करेंगे। दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के अलावा राजधानी के बुराड़ी के संत निरंकारी समागम ग्राउंड में भी किसानों का प्रदर्शन जारी है। सोमवार को किसान संयुक्त मोर्चा के रामपाल सिंह ने बताया, ‘इस संघर्ष को 3-4 महीने हो चुके हैं, पहले हमने ये संघर्ष पंजाब में लड़ा और अब दिल्ली में लड़ रहे हैं। जब तक ये कृषि कानून वापस नहीं होते हम नहीं जाएंगे।’
चिल्ला बॉर्डर पर भी जारी है भूख हड़ताल
चिल्ला बॉर्डर पर बैठे किसानों के आंदोलन का आज 21वें दिन में प्रवेश कर चुका है। चिल्ला बॉर्डर पर भी 11 किसान भूख हड़ताल बैठे हैं। रोज 11 किसान भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
कार्यालय पर नहीं मिले मजिस्ट्रेट किसानों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना
किसान एकता संघ के पूर्व प्रोग्राम के तहत कृषि कानूनों को वापस लेने का ज्ञापन मजिस्ट्रेट कार्यालय पर देना था, लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय में उपस्थित न होने के कारण किसान एकता संघ ने वहीं अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया।