शांति-शिखर में ब्रह्माकुमारीज द्वारा मनाया गया 85वां त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव

रायपुर :  ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा नया रायपुर मैं नवनिर्मित भवन शांति-शिखर में 85वां त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव मनाया गया । इस इस कार्यक्रम की शुरुआत परमात्मा की समृति में एक गीत बजाकर की गई । तत्पश्चात सभी अतिथिओं का पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया गया, तथा छोटी-छोटी बच्चियों नें स्वगत गीत पर मनमोहक प्रस्तुति दी।

परमात्मा शिव के अवतरण को ही शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है

सर्वप्रथम कार्यक्रम के विषय “परमात्म अवतरण” पर बी.के.नीलम बहन नें प्रकाश डाला। उन्हों ने परमात्मा शिव के दिव्य कर्तव्यों के बारे में जानकारी देते हुवे बताया की शिवरात्रि के उपवास का क्या महत्व है। उन्होंने बताया कि परमात्मा शिव के अवतरण को ही शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है, और ये वही समय है जब परमात्मा सृष्टि पर अवतरित होते है। उन्होंने भगवान शिव से जुड़े कई गूढ़ रहस्यों पर से पर्दा हटाया। इसके बाद सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किया।

गृहसचिव भ्राता अरुण देव गौतम ने राम चरित मानस की श्लोकों पर प्रकाश डालते हुवे उसमे वर्णित शिव की महिमा बताई।उन्होंने कहा कि आत्मा रूपी ज्योति को भौतिक चीजों ने ढक रखा है आवश्यकता है स्वयं को पहचानने की । सभी दुखों ओर कष्टों का समाधान यही है।

वहीं कुलपति भ्राता बलदेव भाई शर्मा ने अपने विचार रखते हुवे कहा कि हम सब कुछ पाने की चाह में घूमते रहते है, पर जब देखते है तो पाते है कि हाँथ में कुछ नहीं आया। उन्होंने कहा जगत के कल्याण के लिए जो हाल-हाल को पीजिये वही शिव है। जगत के कल्याण के लिए जिओ यही शिव तत्व है। उन्होंने कहा कि हमारे मन मे आत्मा में आनंद समाया है उसको पहचानने की जरूरत है। चालाकी से राम नही मिलता, राम को पाना है या जग को पाना है ये विचार हमको करना है।

उन्होंने कहा की गलत को गलत कहने से परिवर्तन नहीं होता गलत को सही करने से परिवर्तन होता है। वहीं आई.आई.एम. डायरेक्टर भ्राता भरत भास्कर ने अपने विचार रखते हुवे कहा कि हमे अपने उस अंदर के प्रकाश को प्रकाशित करना ही सच्ची शिवरात्रि मनना है। आवश्यकता है कि हम अपने आप को जाने। जिसने अपने ब्रह्म को प्रकाशित कर लिया है वे औरों को प्रकाशित करें। उन्होंने नैतिक मूल्यों से जोड़ते हुवे महाभारत के एक दृष्टान्त पर प्रकाश डाला।

ब्रह्माकुमारी संस्था की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला
दीदी ने सभी अतिथियों तथा वहाँ उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया। कमला दीदी ने बताया कि परमात्मा शिव 85 वर्षों से इस सृष्टि पर अवतरित हो चुके है । तथा प्रजापिता ब्रह्मा के तन में अवतरित होकर ज्ञान देरहे है। उन्होंने कहा कि परमात्मा का कार्य शुरू होने वाला नही अपतु उनका स्थापना का कार्य खत्म होने वाला है। इसके बाद बी. के. कमला दीदी में योग के द्वारा शांति व परमात्मा की गहन अनुभूति कराई।इसके बाद नृत्यनाटिक स्वर्ग में एक सीट खाली है का मंचन किया गया।

कार्यक्रम में भ्राता बलदेव भाई शर्मा कुलपति कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, भ्राता भरत भास्कर डायरेक्टर आई आई एम, भ्राता अरूण देव गौतम, गृह सचिव, ब्रह्माकुमारी संस्था की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने अपने विचार इस मंच पर रखें, इस दौरान ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़े भाई-बहन उपस्थित रहे, तथा मंच संचालन बी.के. रश्मि बहन ने किया।

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