हांगकांग में नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत 180 लोग गिरफ्तार

वाशिंगटन : हांगकांग में चीन द्वारा लागू किए गए नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के बाद अमेरिका और चीन के बीच तनाव और बढ़ गया है। मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के लागू होने के बाद अमेरिका ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि वह शांति से नहीं बैठेगा, क्योंकि बीजिंग ने अपने ‘अधिनायकवादी कानून’ से हांगकांग को निगल लिया है।

कड़े शब्दों का प्रयोग करते हुए अमेरिका के सचिव माइक पोम्पिओ ने एक बयान में कहा कि यह हांगकांग में लोगों के लिए एक ‘दुखद दिन’ था, साथ ही रक्षा क्षेत्र और दोहरे उपयोग वाले प्रौद्योगिकी निर्यात को समाप्त करने सहित चीन को नए प्रतिकार की चेतावनी भी दी।

चीनी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून मंगलवार को हांगकांग में प्रभावी ढंग से लागू कर दिया गया और स्थानीय और चीनी अधिकारियों की शक्तियों को व्यापक रूप से जांच, मुकदमा चलाने और दंडित करने वालों को नियमों को और व्यापक बना दिया गया। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा अनुमोदित कानून के मुताबिक विदेशी शक्तियों के साथ अलगाव, तोड़फोड़, आतंकवाद और मिलीभगत का अपराधीकरण किया जाएगा है। ऐसे अपराधों में दोषी पाए गए लोग जेल में आजीवन कारावास की सजा भुगत सकते हैं।

बीजिंग के इस कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, पोम्पियो ने कहा, ‘चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) ने हांगकांग पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने के फैसले से क्षेत्र की स्वायत्तता और चीन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक को नष्ट कर दिया है।’ हांगकांग की ब्रिटिश शासन से चीन को सौंपने की 23वीं वर्षगांठ पर उन्होंने कहा, ‘हांगकांग ने दुनिया को यह दिखाया कि चीन के आजाद लोग क्या हासिल कर सकते हैं- दुनिया की एक सबसे सफल अर्थव्यवस्था और जीवंत समाज।’ लेकिन बीजिंग के अपने ही लोगों के डर और आकांक्षाओं ने इसे ‘वन कंट्री, टू सिस्टम्स’ से बदलकर ‘वन कंट्री, वन सिस्टम’ कर दिया है। अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने कहा, ‘आज हांगकांग के लिए और चीन भर में स्वतंत्रता-प्राप्त लोगों के लिए एक दुखद दिन है।’

गौरतलब है कि ब्रिटेन से आजाद होने के बाद 1 जुलाई, 1997 को ब्रिटेन द्वारा हांगकांग की संप्रभुता वापस चीन को सौंप दी गई थी और ‘एक देश, दो प्रणालियों’ समझौते के तहत कम से कम 50 वर्षों के लिए कुछ अधिकार दिए जाने थे।

उधर हांगकांग में नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू होने के बाद चीन के इस कानून के तहत बुधवार को 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा लगातार हो रहे विरोध के बीच देश में एक ऐसी पहली गिरफ़्तारी हुई जहां एक शख्स हांगकांग की आज़ादी की मांग करते हुए झंडा लेकर खड़ा था।

 

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